साभार: जागरण समाचार
एचटेट में पास होने के लिए 60 प्रतिशत अंक हासिल करने होंगे और यह परीक्षा भी 150 अंकों की होगी। पीआरटी के प्रश्न पत्र का पैटर्न निर्धारित कर दिया गया है। इसके तहत बच्चों के विकास और अध्यापन से
संबंधित 30 अंकों के वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाएंगे। इनमें सवालों में 6 से 11 साल तक के बच्चों को पढ़ाने, उनके मनोविज्ञान व सीखाने से संबंधित होंगे। भाषा के अंक भी 30 होंगे। इनमें 15 अंकों के हंिदूी व 15 अंकों के अंग्रेजी वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाएंगे।
30 अंकों के सामान्य ज्ञान से संबंधित सवाल पूछे जाएंगे। इनमें मात्रत्मक व्यवहार के 10 अंक, तर्क शक्ति(सोचने की क्षमता) से संबंधित सवालों के 10 अंक और हरियाणा सामान्य ज्ञान व जागरूकता से संबंधित सवालों के 10 अंक निर्धारित किए गए हैं। गणित से संबंधित सवाल भी 30 अंक के होंगे और पर्यावरण अध्ययन के भी 30 अंक होंगे। पीआरटी के सभी सवाल वैकल्पिक जवाब वाले ही होंगे। सभी वर्गो के लिए 60 प्रतिशत अंक लेने पर ही एचटेट में पास होने की पात्रता मिलेगी, यानी 90 अंक लेने होंगे। लेवल -2 (टीजीटी) में थोड़ा परिवर्तन किया गया है। हालांकि सभी सवाल एक-एक अंक के पूछे जाएंगे और पेपर 150 अंकों का ही होगा। पास होने के लिए वहीं 60 प्रतिशत अंक हासिल करने होंगे। इस लेवल की परीक्षा देने वालों से भी बच्चो के विकास और अध्यापन से संबंधित 30 अंकों के वैकल्पिक प्रश्न पूछे जाएंगे। कमोबेश भाषा व सामान्य ज्ञान भी 30-30 अंकों का ही होगा। 60 अंक विषय निर्दिष्ट के निर्धारित किए गए हैं। लेवल-3 में लेवल-2 के हिसाब से ही प्रश्न पूछे जाने हैं। सिर्फ अनुसूचित जाति व दिव्यांग छात्रों को 5 प्रतिशत अंकों की छूट दी गई है।
एचटेट आवेदन की अंतिम तिथि 10 नवंबर: शिक्षा बोर्ड द्वारा हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा एचटेट का संचालन 23 व 24 दिसम्बर को किया जा रहा है। इस परीक्षा से सम्बन्धित ऑनलाइन आवेदन-पत्र की अंतिम तिथि 10 नवंबर है। अंतिम तिथि के बाद किसी भी परिस्थिति में कोई आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। सभी आवेदनकर्ता समय रहते आवेदन करना सुनिश्चित करें। इस आशय की जानकारी देते हुए बोर्ड की प्रवक्ता ने आज यहाँ बताया कि परीक्षार्थी द्वारा आवेदन उपरांत प्राप्त पुष्टिकरण पेज की एक प्रति परीक्षा केंद्र पर परीक्षा के दिन जमा करवाई जानी है। उन्होंने बताया कि परीक्षार्थी इस बारे विशेष ध्यान रखें कि पुष्टिकरण पेज पर निर्धारित स्थान पर अंगुठे का निशान परीक्षा केंद्र में निरीक्षक पर्यवेक्षक के समक्ष ही लगाया जाना है।