Saturday, November 18, 2017

दुनिया में चीन के खिलाफ खड़े होने वाले मोदी एकमात्र नेता - अमेरिकी थिंकटैंक

साभार: जागरण समाचार 
दुनिया में नरेंद्र मोदी एक मात्र ऐसे नेता हैं जो चीन की बेल्ट एंड रोड परियोजना के खिलाफ खड़े हैं। यहां तक कि अमेरिका ने भी हाल तक इसपर चुप्पी साध रखी थी। यह कहना है शीर्ष अमेरिकी थिंकटैंक का। अमेरिकी संसद
को संबोधित करते हुए प्रतिष्ठित हडसन इंस्टीट्यूट में सेंटर ऑन चाइनीज स्ट्रैटेजी के निदेशक माइकल पिल्सबरी ने कहा कि मोदी व उनकी टीम चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की महत्वाकांक्षी परियोजना के विरोध में मुखर रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि चीनी बेल्ट एंड रोड से भारत की संप्रभुता के दायरे का उल्लंघन हो रहा है। चीन इस परियोजना पर पांच साल से काम कर रहा है। 
इसके बावजूद अमेरिकी सरकार इसपर हाल तक खामोश रही। उन्होंने हंिदू-प्रशांत क्षेत्र के लिए ट्रंप प्रशासन की नई नीति की सराहना की। पिल्सबरी ने कहा कि ट्रंप समेत उनका प्रशासन हाल के दिनों में 50 से भी अधिक बार मुक्त और खुले हंिदू-प्रशांत क्षेत्र की वकालत कर चुका है। चीन को यह पसंद नहीं है। इस कारण कि वह अमेरिकी नीति की आलोचना करता है। सीनेटर एड मार्के का कहना था कि चीन बेल्ट एंड रोड परियोजना से एशिया का निर्विवाद नेतृत्व करना चाहता है। इसमें साथ देने को वह पड़ोसियों को कर्ज के रास्ते मजबूर कर सकता है। कर्ज की यह राशि इतनी भारी भरकम होगी कि देश इसका भुगतान करने में असमर्थ होंगे। गौरतलब है कि चीन बेल्ट एंड रोड परियोजना से दुनिया के दूसरे देशों को जोड़ते हुए आर्थिक गलियारा(इकोनोमिक कॉरिडोर) बनाना चाहता है।