साभार: भास्कर समाचार
हरियाणा में अब सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिड-डे मील में दूध भी दिया जाएगा। यह एक दिसंबर से शुरू होगा। बच्चों को दूध कैसे दिया जाए, इसके लिए पहले गुरुजी को यह बताया जाएगा कि कितनी मात्रा में और
कैसे दूध देना है। बुधवार को प्रदेश भर के मिल्क प्लांटों पर स्कूलों से ट्रेनर शिक्षक आएंगे। पहले यह सीखेंगे और इसके बाद ये अपने-अपने क्षेत्र के शिक्षकों को बच्चों को दूध पिलाना सिखाएंगे। मिडिल तक 15 लाख से ज्यादा बच्चे पढ़ रहे हैं, जिन्हें इससे फायदा होगा। अम्बाला मिल्क प्लांट के सीईओ पीके त्यागी ने बताया कि प्लांट पर शिक्षकों को सिखाया जाएगा कि पैकेट में दूध होगा, उसमें कितना पानी मिलाना है और कैसे तैयार करना है। दूध के पांच फ्लेवर तैयार किए गए हैं। बच्चों को जो पसंद आएगा, वही तैयार किया जाएगा। शिक्षा विभाग के एसीएस केके खंडेलवाल ने कहा कि बच्चों को मिड-डे मील में दूध 1 दिसंबर से दिया जाएगा। इसकी तैयारी कर ली गई है। शिक्षकों को भी ट्रेनिंग दी जाएगी।
आज कहां, किन जिलों के शिक्षक लेंगे ट्रेनिंग:
- अम्बालामिल्क प्लांट : अम्बाला,पंचकूला, यमुनानगर।
- रोहतक मिल्क प्लांट : रोहतक,भिवानी, झज्जर रेवाड़ी।
- जींद मिल्क प्लांट : जींद,हिसार और कैथल।
- कुरुक्षेत्र मिल्क प्लांट : कुरुक्षेत्र,करनाल और पानीपत।
- सिरसा मिल्क प्लांट : सिरसाऔर फतेहाबाद।
- बहादुरगढ़ मिल्क प्लांट : फरीदाबाद,गुड़गांव, महेंद्रगढ़, मेवात और पलवल।