साभार: जागरण समाचार
हरियाणा भाजपा के मीडिया के ऑार्डिनेटर सूरजपाल अम्मू फिल्म पद्मावती के निर्माता निर्देशक संजय लीला भंसाली और अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का सिर काटकर लाने पर 10 करोड़ रुपये देने का बयान देकर मुश्किलों
से घिर गए हैं। भाजपा ने अम्मू के बयान से किनारा करते हुए कहा है कि ऐसा बयान पार्टी लाइन से मेल नहीं खाता है। भाजपा प्रभारी डा. अनिल जैन के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने सूरजपाल अम्मू को कारण बताओ नोटिस भेज दिया है। भाजपा के प्रांतीय कार्यालय मंत्री गुलशन भाटिया ने मेल के जरिए अम्मू को नोटिस भेजते हुए एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है। भाजपा के अलावा अम्मू के विरुद्ध राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी कड़ा संज्ञान लिया है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की ओर से हरियाणा के पुलिस महानिदेशक को भेजे गए पत्र में सूरजपाल अम्मू के विवादित बयान पर संज्ञान लेने और उचित कार्रवाई करने को कहा गया है। भाजपा और राष्ट्रीय महिला आयोग की कार्रवाई से पहले अम्मू को रविवार रात एक महिला ने फोन पर धमकी दी, जिसका नाम बताने से अम्मू फिलहाल परहेज कर रहे हैं।
पार्टी जवाब से संतुष्ट नहीं हुई तो इस्तीफा भी दे दूंगा: सूरजपाल अम्मू ने भाजपा की ओर से नोटिस मिलने से फिलहाल इनकार किया है। उन्होंने कहा कि नोटिस मिलते ही उचित जवाब दिया जाएगा। पार्टी यदि संतुष्ट नहीं होती तो वे सहर्ष पद छोड़ देंगे।
अम्मू के बयान से भाजपा का कोई लेना देना नहीं: भाजपा के प्रांतीय प्रभारी डा. अनिल जैन ने अम्मू के बयान को पार्टी लाइन से अलग बताते हुए कहा कि ऐसा बोलना पार्टी के संविधान के विपरीत है, जिस पर कड़ा संज्ञान लिया गया है। उन्होंने कहा कि अम्मू को नोटिस भेज दिया गया है।
मेरी राय से पार्टी का सहमत होना जरूरी नहीं - अम्मू: सूरजपाल अम्मू ने कहा कि वे कोई भी पदाधिकारी होने से पहले समाज और देश के नागरिक हैं। उन्होंने जो भी बयान दिया है, सोच समझकर दिया है। उनकी राय से पार्टी का सहमत होना जरूरी नहीं है। नारियों का सम्मान बेहद जरूरी है। दीपिका पादुकोण भी महिला है। खिलाड़ी की बेटी हैं। देश की बेटी हैं। मैं उनके खिलाफ नहीं हूं लेकिन उन्हें महिलाओं को नीचा दिखाने वाली भूमिकाएं करने से बचना चाहिए।
मेरी राय से पार्टी का सहमत होना जरूरी नहीं - अम्मू: सूरजपाल अम्मू ने कहा कि वे कोई भी पदाधिकारी होने से पहले समाज और देश के नागरिक हैं। उन्होंने जो भी बयान दिया है, सोच समझकर दिया है। उनकी राय से पार्टी का सहमत होना जरूरी नहीं है। नारियों का सम्मान बेहद जरूरी है। दीपिका पादुकोण भी महिला है। खिलाड़ी की बेटी हैं। देश की बेटी हैं। मैं उनके खिलाफ नहीं हूं लेकिन उन्हें महिलाओं को नीचा दिखाने वाली भूमिकाएं करने से बचना चाहिए।
जानिए क्या कहा था सूरजपाल अम्मू ने: अखिल भारतीय क्षत्रिय राजपूत महासभा के नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में सूरजपाल अम्मू ने कहा था कि संजय भंसाली और दीपिका पादुकोण का सिर काटकर लाने के लिए मेरठ के जिन लोगों ने पांच करोड़ रुपये का इनाम रखा है, इस कार्य के लिए यदि 10 करोड़ रुपये भी इकट्ठा करने पड़े तो समाज की ओर से इकट्ठा कर दिए जाएंगे। उन्होंने फिल्म के हीरो रणवीर सिंह की टांगे तोड़कर हाथ में देने का बयान भी दिया था।
अभय चौटाला भी भंसाली के खिलाफ: भाजपा सरकार के मंत्री अनिल विज, विपुल गोयल और सूरजपाल अम्मू के बाद अब विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला ने भी फिल्म पद्मावती पर सवाल उठाए हैं। चौटाला ने कहा कि हर समुदाय की भावनाओं का सम्मान होना चाहिए। अभिव्यक्ति की आजादी का यह अर्थ कतई नहीं कि दूसरों के सम्मान को ठेस पहुंचाई जाए। भंसाली को फिल्म का प्रमोशन रोककर पहले इसे केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के पास भेजते। वहां से क्लीन चिट मिलने के बाद ही फिल्म का प्रमोशन किया जाता। भंसाली ने जानबूझ कर यह विवाद खड़ा किया है।