डेरासच्चा सौदा से 17 डेरों को अलग करने की याचिका पर गुरुवार को हाईकोर्ट की ओर से नियुक्त कोर्ट कमिश्नर एकेएस पंवार ने सिरसा में दोनों पक्षों से पूछताछ की। उन्होंने लघुसचिवालय के मीटिंग हॉल में दोनों
पक्षों को बुलाया था। पूछताछ के दौरान डेरा चेयरपर्सन विपासना इंसां ने कोर्ट कमिश्नर के समक्ष दावा किया कि जिन 17 डेरों को डेरा सच्चा सौदा से अलग बताया जा रहा है वो वास्तव में डेरे का ही हिस्सा हैं। बाद में मीडिया से बातचीत में विपासना इंसां ने बताया कि उन्होंने कोर्ट कमिश्नर के समक्ष अपना पक्ष रख दिया है। विपासना ने यह भी कहा कि वह डेरा सच्चा सौदा छोड़ कर कहीं नहीं जा रही। डेरा सच्चा सौदा की गद्दी को लेकर डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के पुत्र जसमीत इंसां के बयान का समर्थन करते हुए विपासना ने कहा कि गुरुगद्दी पर गुरमीत राम रहीम ही बने रहेंगे। एक सवाल के जवाब में विपासना ने कहा कि खराब स्वास्थ्य की वजह से वह पंचकूला एसआईटी के सामने पेश नहीं हुई थी। लेकिन अब जब भी एसआईटी पेश होने के लिए कहेगी तो पेश होगी। उधर, कोर्ट कमिश्नर एकेएस पंवार ने बताया कि 17 डेरों को लेकर दायर याचिका की पड़ताल की गई है। हाईकोर्ट द्वारा दिए गए चार सवालों के जवाब डेरा और उन 17 डेरों से संबंधित याचिकाकर्ताओं से पूछे गए हैं। पूछताछ में डेरा चेयरपर्सन विपासना इंसां, वाइस चेयरमैन डॉ. पीआर नैन, डेरा की प्रबंधक समिति के अन्य प्रमुख सदस्य तथा 17 डेरों से संबंधित प्रबंधक पेश हुए। बता दें, डेरा सच्चा सौदा के 17 डेरों के अनुयायियों ने डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सजा मिलने के बाद पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। इसमें कहा था कि 17 डेरे मौजूदा विवादित डेरा सच्चा सौदा से अलग हैं। यह शाह मस्ताना द्वारा स्थापित परंपरा पर चल रहे हैं। इस याचिका पर हाईकोर्ट की ओर से कोर्ट कमिश्नर एकेएस पंवार को दोनों पक्षों के बयान कलमबद्ध करने और 8 नवंबर तक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए थे।