साभार: भास्कर समाचार
नीट की काउंसिलिंग प्रक्रिया के दौरान कोई स्टूडेंट सीट को ब्लॉक करता है तो उस पर दो लाख रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह प्रस्ताव तैयार कर मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई)
को भेजा है। इसके मुताबिक एमबीबीएस बीडीएस की सीटों पर एडमिशन के लिए 25 हजार रु. रजिस्ट्रेशन फीस देनी होगी। स्टूडेंट सीट ग्रहण करता है तो उस फीस को ट्यूशन फीस में समायोजित कर लिया जाएगा। सीट ग्रहण नहीं करने पर रजिस्ट्रेशन फीस रिफंड नहीं होगी। काउंसलर देव शर्मा के मुताबिक इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिलती है तो अधिक बच्चों को मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिल पाएगा। दरअसल, काउंसिलिंग के दौरान छात्र मेरिट के आधार पर एक से अधिक कॉलेजों पर अपनी स्वीकृति देकर सीटों को ब्लॉक कर देता है। इस कारण पीछे की रैंक वाले छात्र को वह सीट ब्लॉक नजर आती है और चाॅइस फिलिंग प्रक्रिया के दौरान वह सीट नहीं भर पाता। उधर, दो ऑप्शन भरने वाला अभ्यर्थी कोई एक सीट ग्रहण करता है। इससे एक सीट का नुकसान हो जाता है। इससे हर साल सेंट्रल कोटे की सीटें स्टेट में सरेंडर करनी पड़ती हैं। इसे रोकने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।