Tuesday, November 14, 2017

प्रद्युम्न हत्याकांड: CBI ने शुरू की रेयान स्कूल प्रबंधन के शुभचिंतकों की पहचान

साभार: जागरण समाचार 
रेयान इंटरनेशनल स्कूल के छात्र प्रद्युम्न की हत्या के बाद स्कूल प्रबंधन ने जिन शुभचिंतकों से संपर्क किया, अब उनकी पहचान शुरू कर दी गई है। उन सभी लोगों का रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है जिनसे स्कूल प्रबंधन संपर्क
में था। इससे पता चलेगा कि प्रबंधन के लोगों ने किस-किस से सलाह ली। सीबीआइ को प्रबंधन के ऊपर शक इसलिए है क्योंकि हत्या के बाद खून साफ करने का प्रयास किया गया। यही नहीं जिस छात्र को अभियुक्त बनाया गया है, वह प्रद्युम्न को पहले से जानता था। दोनों म्यूजिक क्लास में मिलते थे। दोनों पियानो बजाते थे। स्कूल प्रबंधन को यह जानकारी थी फिर क्यों छिपाई गई। आशंका है कि सोची समझी साजिश के तहत अभियुक्त छात्र को बचाने का प्रयास किया गया। बता दें कि सोहना रोड स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न की गला रेतकर स्कूल के ही बाथरूम में हत्या कर दी गई थी। एसआइटी ने बस सहायक को अभियुक्त बनाकर गिरफ्तार किया था, जबकि हत्या की सूचना सभी को सीबीआइ द्वारा अभियुक्त बनाए गए छात्र ने दी थी। हत्या के अभियुक्त छात्र के परिजन के कुछ शुभचिंतक भी सीबीआइ के रडार पर हैं। पता किया जाएगा कि क्या छात्र द्वारा हत्या करने की जानकारी उसके परिजनों को थी। यदि हां तो उन्होंने किस किस से संपर्क किया। भले ही चालान पेश होने के बाद हरियाणा पुलिस ने एसआइटी में शामिल अधिकारियों की कार्यशैली जांची होगी, लेकिन सीबीआइ कभी भी टीम में शामिल अधिकारियों को पूछताछ के लिए बुला सकती है। उनसे सवाल किए जाएंगे कि किस आधार पर बस सहायक अशोक को अभियुक्त बनाया। क्या सीसीटीवी कैमरे की सही से जांच की गई थी? मौके पर सबसे पहले कौन अधिकारी पहुंचा था, उसने क्या सीन आफ क्राइम को कब्जे में लेने का प्रयास किया? एसआइटी ने अभियुक्त छात्र के ऊपर शक क्यों नहीं किया? इन सवालों से सच्चाई सामने आ जाएगी। 
पडोसी नहीं मानते छात्र को हत्यारा: रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को हुई दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न की हत्या के मामले में सीबीआइ ने रेयान स्कूल के ही 11वीं कक्षा के छात्र को अभियुक्त बनाया है। अभियुक्त छात्र सीबीआइ के रिमांड पर है। इससे पहले गुरुग्राम पुलिस ने बस हेल्पर अशोक को हत्या का मुख्य अभियुक्त माना। अब सीबीआइ अभियुक्त अशोक को क्लीन चिट दे रही है। सही जांच किसकी है यह तो मामले की पूरी जांच के बाद ही सामने आएगा, लेकिन फिलहाल अभियुक्त छात्र के पड़ोसी और शिक्षक सीबीआइ की जांच पर सवाल खड़े कर रहे हैं। 
  • मैने छात्र को सातवीं व आठवीं कक्षा में ट्यूशन दी है। दसवीं तक मेरे पति ने पढ़ाया है। हम लोग उसके व्यवहार से अच्छी तरह से वाकिफ हैं। छात्र ऐसा कभी नहीं कर सकता। वह पढ़ाई में एवरेज था, लेकिन उसके माता-पिता ने भी कभी दबाव नहीं डाला। शरारती बच्चे की तो शुरू से ही प्रवृति का पता चल जाता है। उसका इस मामले में कैसे नाम लिया जा रहा है ये सुनकर वे आश्चर्यचकित हूं। - सोनिया, शिक्षिका
  • जो कभी किसी से गलत बात नहीं करता, वह किसी का कत्ल कैसे कर सकता है। दिन में जितनी बार रास्ते में मिलता तो उतनी ही बार राम-राम करता था। इतना शिष्टाचार था उसमें और मिलनसार भी था। मुङो तो ये सुनकर बड़ा धक्का लगा कि उसे हत्या का अभियुक्त बना दिया। किसी निदरेष को नही फंसाया जाना चाहिए। - सरोज, अभियुक्त छात्र के पड़ोसी

पूरी SIT के खिलाफ होगी जांच: प्रद्युम्न हत्याकांड में अभियुक्त छात्र के खिलाफ सीबीआइ द्वारा चालान पेश करते ही एसआइटी के खिलाफ जांच शुरू हो जाएगी। जांच में लापरवाही मिली तो फिर किसी को नहीं बख्शा जाएगा। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक बीएस संधू ने यह संकेत दिया है। सोहना रोड स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को दूसरी कक्षा के छात्र प्रद्युम्न की हत्या के बाद गुरुग्राम के पुलिस उपायुक्त (दक्षिणी) अशोक बख्शी के नेतृत्व में गठित एसआइटी ने घटना के कुछ ही देर बाद स्कूल के बस सहायक अशोक को गिरफ्तार कर दावा किया कि इसी ने हत्या की है। एसआइटी ने चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी शुरू कर दी थी, लेकिन इससे पहले प्रदेश सरकार ने जांच सीबीआइ को सौंप दी। सीबीआइ ने एसआइटी की जांच को नकारते हुए स्कूल की 11वीं कक्षा के एक छात्र को अभियुक्त मानते हुए गिरफ्तार कर लिया। सीबीआइ ने भी दो बार सीन को रिक्रिएट करके जांच की है। दावा किया जा रहा है कि अभियुक्त छात्र ही है। सीबीआइ के पास सीसीटीवी फुटेज है उसमें आठ सेकंड तक अभियुक्त छात्र प्रद्युम्न के साथ दिख रहा है। यह बात एसआइटी की जांच में कहीं भी सामने नहीं आई। इससे साफ है कि सीन आफ क्राइम तक पहुंचने में एसआइटी नाकाम रही।

  • सबसे पहले आरोपी की पहचान करना आवश्यक था। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद अब मामले को लेकर जिन लोगों के ऊपर शक होगा, उनसे पूछताछ की जाएगी। - आर के गौड़, प्रवक्ता, सीबीआइ
  • अभी सीबीआइ की जांच चल रही है। चालान पेश होने तक पूरी तरह यह कहा नहीं जा सकता है कि एसआइटी की जांच सही दिशा में नहीं थी। चालान पेश होते ही एसआइटी में शामिल सभी अधिकारियों की कार्यशैली की जांच की जाएगी। जांच में लापरवाही मिलने पर किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा। फिलहाल सीबीआइ ने मामले में जांच को लेकर हरियाणा पुलिस से संपर्क नहीं किया है। - बीएस संधू, पुलिस महानिदेशक, हरियाणा