साभार: जागरण समाचार
भोंडसी स्थित रेयान इंटरनेशनल स्कूल में हुए में पुलिस की जांच थ्योरी पलट स्कूल के ही 11 वीं कक्षा के छात्र को गिरफ्तार करने वाली सीबीआइ को कई सवालों के जवाब खोजने होंगे। केवल परीक्षा और पीटीएम टालने के
लिए प्रद्युम्न का कत्ल करने की बात लोगों के गले से नहीं उतर रही है। ऐसे में कहा जा रहा है कि कहीं छात्र की कोई ऐसी हरकत तो प्रद्युम्न ने नहीं देख ली जिसको लेकर उसे माता-पिता या स्कूल प्रबंधन के समक्ष बदनामी का भय था। इसी सोच के कारण उसने मासूम का कत्ल कर दिया हो। यह भी संभव है कि वारदात में छात्र के साथ और कोई शामिल रहा हो।
इसी तरह के सवाल पुलिस जांच में खड़े हुए थे, लेकिन वह उनका जवाब नहीं खोज पाई। जिस तरह से वारदात हुई इसमें स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोग भी दोषी हो सकते हैं। मगर पुलिस की तरह सीबीआइ भी स्कूल प्रबंधन के बारे में कुछ नहीं बोल रही है।
उधर, पकड़े गए छात्र के पिता का दावा है कि बच्चे के शव को सबसे पहले एक बच्चे ने देखा और माली व अध्यापिका को बताया था। वहीं पुलिस कह रही थी कि बाथरूम के बरामदे में लगे वाटर कूलर के पास माली हरपाल पानी पीने के लिए गया था और उसने शव को देखा था। विशेषज्ञों का कहना है कि आरोपी छात्र अगर मासूम पर अचानक हमला करता तो वह पेट में चाकू मारता। सीधे गला क्यों रेतता? अगर उसने कत्ल किया तो बाथरूम के फर्श से लेकर दीवारें तक खून से रंग गई थी, लेकिन छात्र के कपड़ों पर खून के धब्बे क्यों नहीं आए। परीक्षा टालने के लिए उसने किसी की जान ली तो फिर परीक्षा क्यों दी? यह भी हो सकता है कि स्कूल स्टाफ के साथ या आरोपी छात्र अपने किसी सहपाठी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में रहा और बच्चे ने देख लिया हो?