साभार: जागरण समाचार
पाकिस्तान सरकार की तरफ से अचानक ही कुलभूषण जाधव की पत्नी को वीजा देने का प्रस्ताव भेजने के पीछे कहीं उसकी कोई दूसरी चाल तो नहीं है? यह शंका इसलिए उत्पन्न हुई है क्योंकि जाधव के खिलाफ पाकिस्तान
के जिस सैन्य कोर्ट में जांच फाइल दायर की गई थी उसमें उनकी पत्नी का भी जिक्र था। ऐसे में भारतीय दल पाकिस्तान की तरफ से आये प्रस्ताव पर बहुत ही फूंक-फूंक कर कदम उठा रहा है। भारत ने पाकिस्तान के प्रस्ताव का जवाब देते हुए जो शर्ते लगाई हैं, उसके मुताबिक जाधव की मां को भी वीजा देने की मांग रखी गई है। साथ ही यह भी कहा गया है कि मां और पत्नी के साथ भारतीय उच्चायोग (इस्लामाबाद) का एक प्रतिनिधि चौबीसों घंटे रहेगा। - मां से मिलने की अर्जी दी थी भारत ने, इजाजत पत्नी से मुलाकात की मिली
- जाधव के खिलाफ पाकिस्तानी चार्जशीट में उनकी पत्नी का भी जिक्र था
- चौबीस घंटे मां-पत्नी संग भारतीय उच्चायोग का प्रतिनिधि रखने की भी शर्त
भारत को पाकिस्तान के इस प्रस्ताव पर शक तब हुआ जब इसकी गहरी छानबीन की गई। भारत ने अपनी तरफ से जाधव से उनकी मां को मिलने की मांग रखी थी। लेकिन पाकिस्तान ने सभी को आश्चर्यचकित करते हुए पत्नी को मिलने की इजाजत दी है। जाधव के खिलाफ दायर चार्जशीट में जाधव की पत्नी का जिक्र होने की वजह से भारत कोई जोखिम नहीं उठाना चाहता। अगर जाधव के साथ उनकी पत्नी को भी बंधक बना लिया जाता है तो भारत की स्थिति बहुत असहज हो जाएगी। विदेश मंत्रलय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि पाकिस्तान के प्रस्ताव का जवाब दे दिया गया है। जाधव की पत्नी के साथ ही उनकी मां के लिए भी वीजा मांगा गया है। साथ ही यह भी मांग की गई है कि दोनों की सुरक्षा की पूरी गारंटी पाकिस्तान सरकार ले। भारत यह भी चाहता है कि इन दोनों से वहां किसी भी तरह की पूछताछ नहीं करने की गारंटी भी मिलनी चाहिए। इसके अलावा हमने यह भी कहा है कि पाकिस्तान में इन दोनों के रहने के दौरान भारतीय उच्चायोग का एक व्यक्ति भी इनके साथ हमेशा रहेगा। भारतीय उच्चायोग का व्यक्ति तब भी इनके साथ रहेगा जब ये दोनों जाधव से मिलने जाएंगे।
भारत ने फिर कहा है कि पाकिस्तान में एक फर्जी कोर्ट प्रक्रिया के जरिए जाधव को फांसी की सजा हुई है और उन्हें जेल में रखा गया है। भारत ने यह भी कहा है कि जाधव उसके एक निदरेष नागरिक हैं जिन्हें रिहा करवाने के लिए वह हरसंभव कोशिश करेगा। विदेश मंत्रलय के प्रवक्ता का कहना है कि भारत ने यह प्रस्ताव विएना समझौते के तहत ही किया है। इसके आधार पर उम्मीद जताई गई है कि पाकिस्तान सरकार भारत की मांग को ध्यान में रखते हुए जाधव को उनकी मां और पत्नी से मिलने की इजाजत देगी।