Friday, December 8, 2017

1259 लो मेरिट जेबीटी और 949 गेस्ट टीचर को मिलेगी नौकरी, 21715 रुपए मासिक मानदेय

साभार: भास्कर समाचार
नियुक्ति को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे लो मेरिट और कार्यमुक्त किए गए सरप्लस गेस्ट टीचरों की मांग आखिर सरकार ने मान ली है। इस मांग से लो मेरिट में आए 1259 जेबीटी और सरप्लस होने से कार्यमुक्त
हुए 949 गेस्ट टीचरों को तदर्थ आधार पर नियुक्ति दी जाएगी। इसे लेकर गुरुवार देर शाम शिक्षा विभाग ने सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी कर दिए। नियुक्ति वर्कलोड के आधार पर ही की जाएगी। आदेशों में कहा गया है इन्हें 21715 रुपए मासिक मानदेय दिया जाएगा। इन्हें किसी भी समय हटाया जा सकता है। 
इधर, आदेश जारी होने के बाद पंचकूला में शिक्षा सदन पर जेबीटी का चल रहा धरना भी देर शाम खत्म हो गया। बता दें कि 2012 में जेबीटी को नियुक्ति दी गई थी, लेकिन इसके बाद एचटेट का आयोजन नहीं किया। ऐसे में 2103 में हुई एचटेट में पास हुए अभ्यर्थियों ने इसे कोर्ट में चुनौती दी थी। उनका कहना था कि एचटेट होने की वजह से वे आवेदन नहीं कर पाए। ऐसे में कोर्ट ने आदेश जारी किया था कि दोनों को मिलाकर मेरिट जारी की जाए। इसके बाद कई शिक्षक लो मेरिट में गए और वे दौड़ से बाहर हो गए थे, जोकि लगातार आंदोलन कर रहे थे। 
पंचकूला में शिक्षा सदन पर चल रहा लो मेरिट 1259 जेबीटी अध्यापकों का आमरण अनशन समाप्त हो गया। इसे समाप्त करवाने के लिए सेक्टर-5 ग्राउंड में अनशन स्थल पर शिक्षा विभाग के अतिरिक्त निदेशक हरचरण सिंह छोकर अतिरिक्त निदेशक दिलबाग सिंह पहुंचे। वयह अनशन 9 दिनों से चल रहा था। यह अध्यापक मांगों को लेकर आमरण अनशन कर रहे थे जिसमें से पहली मांग 1259 लो मेरिट जेबीटी अध्यापकों को स्थाई समाधान होने तक पर रखे जाने की मांग थी। 

  • देर शाम लो मेरिट और गेस्ट टीचरों को दोबारा तदर्थ आधार पर लगाए जाने के आदेश जारी किए गए हैं। इन सभी को नियुक्ति मिल जाएगी। काफी पोस्ट खाली हैं। - केके खंडेलवाल, एसीएस, एजुकेशन डिपार्टमेंट 
ऐसे दी जाएगी प्राथमिकता:
  1. फिजिकलहैंडीकेप महिला शिक्षक, जिसके 70 फीसदी ज्यादा अंक हो 
  2. फिजिकलहैंडीकेपपुरुष शिक्षक, जिसके 70 फीसदी ज्यादा अंक हो 
  3. विधवा
  4. कैंसरया अन्य किसी बीमारी से पीड़ित शिक्षक 
  5. एमआर/पीएच/सपोज 70 फीसदी से ज्यादा अंक 
  6. पुरुष शिक्षक 
रोजगार संघ के राज्य प्रधान राजेंद्र शास्त्री जिला प्रधान बलदेव शास्त्री का कहना है कि यह गेस्ट जेबीटी के संघर्ष की जीत है। इसलिए ही प्रदेश के 1200 गेस्ट जेबीटी को दोबारा रोजगार मिल सका है। उन्होंने कहा कि अभी संघर्ष जारी रहेगा। धरना स्थगित नहीं होगा। जब तक समान काम समान वेतन नियमित नहीं किया जाता है। उधर, हरियाणा अतिथि अध्यापक संघ के जिला प्रधान नितिन लांबा, ललित शर्मा, विनोद, राजीव चंदाखेड़ी, कमल, किरण सुमन बख्शी का कहना है कि धरने प्रदर्शन के जरिए लगातार सरकार पर दबाव बनाया गया। इसके अलावा सरकार के मंत्रियों विधायकों से मिलकर भी एडजस्टमेंट की मांग रखी गई। भले ही तीन माह बाद अब सरकार ने उनकी एडजस्टमेंट के आदेश जारी किए गए हैं। यह हमारे लिए बड़ी जीत है।