साभार: जागरण समाचार
देशद्रोह की आरोपी हनीप्रीत से पुलिस लैपटॉप, नक्शे एवं दंगों से जुड़ी वीडियो क्लिप हासिल नहीं कर पाई। एक मोबाइल फोन पुलिस ने रिकवर कर लिया है, लेकिन उसमें दंगों से जुड़ी कोई बड़ी जानकारी नहीं मिल पाई है।
तीन दिन की रिमांड अवधि खत्म होने पर हरियाणा पुलिस उसे शुक्रवार को अदालत ने पेश किया, जहां से उसे 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में अंबाला जेल भेज दिया गया। अब हनीप्रीत की दिवाली अंबाला जेल में ही मनेगी। उसकी सहयोगी सुखदीप को भी जेल भेज दिया गया है।
हनीप्रीत नौ दिन तक पुलिस रिमांड पर रही, लेकिन पुलिस उससे कोई बड़ा राज नहीं उगलवा पाई। हनीप्रीत को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) की अदालत में पेश किया, जहां पर पुलिस ने और रिमांड नहीं मांगा। पुलिस ने कहा कि अब हनीप्रीत के रिमांड की जरूरत नहीं है। पुलिस के अनुसार हनीप्रीत से जो लैपटॉप रिकवर करना था, लेकिन वह नहीं मिला है। बचाव पक्ष के वकील एसके गर्ग नरवाना ने बताया कि पुलिस देशद्रोह से जुड़ा कोई भी साक्ष्य कोर्ट में पेश नहीं कर पाई है। पुलिस ने कोर्ट में कहा है कि एक मोबाइल रिकवर हुआ है।