साभार: भास्कर समाचार
वीआईपी नंबर लगी कार पर ब्लैक फिल्म लगाकर जेल परिसर में दाखिल हुई हनीप्रीत की फैमिली को जेेल मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने क्लीनचिट दी है, जबकि ब्लैक फिल्म के सवाल पर उन्होंने प्रशासन को जिम्मेदार ठहराते
हुए ज्यादा कुछ बोलना उचित नहीं समझा। सवाल है कि हनीप्रीत की फैमिली ने कार पर ब्लैक फिल्म क्यों लगाई और उन्हें इसकी परमिशन किसने दी। यदि वीआईपी कार का नंबर ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी से जारी होता है तो उसे पुलिस के सॉफ्टवेयर में अपडेट क्यों नहीं किया गया, ऐसी लापरवाही से बड़ी चूक हो सकती है।
सोमवार को जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक लेने के बाद मंत्री जेल पहुंचे। करीब 35-40 मिनट उन्होंने जेल में बिताए। उन्होंने हनीप्रीत से मुलाकात करने वाले लोगों और उस कार को लेकर जांच की। जेल से बाहर आने के बाद मंत्री ने जेल प्रशासन को क्लीनचिट देते हुए कहा कि यह सब सुरक्षा की दृष्टि से किया है। उस दिन हनीप्रीत की बहन की तबीयत खराब हो गई थी, जिस कारण कार को जेल परिसर में लाना पड़ा।
मंत्री ने मामला संवेदनशील होने के कारण सुरक्षा को पुख्ता रखने के आदेश दिए हैं। इससे पहले उन्होंने जेल के आसपास लगे सभी सीसीटीवी फुटेज भी खंगालकर देखे। सब कुछ ठीक मिलने पर उन्होंने जेल प्रशासन को क्लीनचिट देते हुए कहा कि हनीप्रीत से मिलने वालों पर कड़ी नजर रखी जाए और अगर कोई इस तरह से आता है तो उसकी सूचना भी जिला पुलिस को दें, ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।
मंत्री ने मामला संवेदनशील होने के कारण सुरक्षा को पुख्ता रखने के आदेश दिए हैं। इससे पहले उन्होंने जेल के आसपास लगे सभी सीसीटीवी फुटेज भी खंगालकर देखे। सब कुछ ठीक मिलने पर उन्होंने जेल प्रशासन को क्लीनचिट देते हुए कहा कि हनीप्रीत से मिलने वालों पर कड़ी नजर रखी जाए और अगर कोई इस तरह से आता है तो उसकी सूचना भी जिला पुलिस को दें, ताकि किसी भी अनहोनी से बचा जा सके।