साभार: भास्कर समाचार
डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख और डेरा की सारी संपत्तियों की जांच करने के लिए आयकर विभाग रोहतक की एडीआई टीम को सोमवार को भी कोर्ट से इजाजत नहीं मिली। मामले की सुनवाई सीजेएम विजय जेम्स की
कोर्ट में होनी थी लेकिन सीजेएम अवकाश पर होने की वजह से मामले की सुनवाई जेएमआईसी विरेंद्र कादयान की कोर्ट में ट्रांसफर कर दी गई। लेकिन जेएमआईसी ने मामले की सुनवाई के लिए आगामी 30 अक्टूबर निश्चित कर दी। इस वजह से रोहतक से आयकर विभाग की ओर से एडीआई टीम भी सोमवार को सिरसा नहीं आई। एडीआई टीम की ओर से एडवोकेट आशीष सिंगला पेश हुए। एडवोकेट सिंगला ने बताया कि मामले की सुनवाई अब 30 अक्टूबर को ही होगी। बता दें, हाईकोर्ट के आदेशानुसार रोहतक से आयकर विभाग की एडीआई (असिस्टेंट डायरेक्टर अन्वेषण) टीम बीते हफ्ते सोमवार को भी सिरसा आई थी। लेकिन उस दिन टीम को डेरा में जाने की इजाजत सीजेएम कोर्ट से नहीं मिली थी क्योंकि आवेदन करने की सभी औपचारिकताएं पूरी नहीं हो सकी थी। अगले दिन सीजेएम कोर्ट में इजाजत दिए जाने के लिए आवेदन दाखिल किया। उसके बाद दिवाली पर्व के उपलक्ष्य में छुट्टियां हो गई। बीते शनिवार को पुलिस की ओर से जवाब दिया गया तो उसकी सुनवाई सोमवार को करना तय कर दिया था। सोमवार को सीजेएम अवकाश पर होने की वजह से मामला जेएमआईसी की कोर्ट में चला गया।
हनीप्रीत पर लगे आरोपों की वीसी से 6 को होगी सुनवाई: हनीप्रीत पर लगे आरोपों की सुनवाई भी प्रशासन ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से करवाने का फैसला लिया है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 6 नवंबर को होगी। सोमवार को पंचकूला कोर्ट में वकीलों की हड़ताल के कारण सुनवाई नहीं हो पाई। दरअसल, हनीप्रीत पर 25 अगस्त को पंचकूला में दंगा भड़काने का आरोप है। हनीप्रीत पर दर्ज मामले में शरणदीप कौर को भी एसआईटी ने पकड़ा था जिसे अम्बाला सेंट्रल जेल में बंदी बनाया गया है। अब जेल में कैद तीनों महिला बंदियों की सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग से ही होगी। इन्हें जेल से बाहर लाने की भी अनुमति नहीं है। खास परिस्थितियों में ही जेल से बाहर लाया जाएगा।
गुरमीत से मिलने पहुंची मां-बेटी और दामाद: गुरमीत से मिलने सोमवार दोपहर 2:20 बजे पंजाब नंबर की इनोवा गाड़ी में गुरमीत की मां नसीब कौर, बेटा जसमीत, बेटी अमरप्रीत और दामाद शान-ए-मीत सुनारिया जेल पहुंचे। गाड़ी की जेल के गेट से पहले लगे पुलिस नाके पर तलाशी ली गई। गाड़ी में खाने का समान कपड़े रखे थे। इसके बाद उन्हें अंदर जाने दिया गया। वे 3:50 बजे तक जेल में एक-एक करके सभी ने गुरमीत से मुलाकात की।