साभार: भास्कर समाचार
कहा जाता है कि लोग आपको आपके शब्दों से पहचानते हैं। इसलिए शब्दों को चुनते समय बहुत ध्यान रखने की जरूरत है। शब्दों में बहुत ताकत होती है। क्योंकि जो शब्द आप कह देते हैं वो भुलाए जाते हैं और ही माफ
किए जाते हैं। कहा ये भी जाता है कि बोलने पर कोई रोक नहीं है। इसके कोई पैसे नहीं है। शब्द फ्री हैं। लेकिन कई बार इन शब्दों की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है। क्योंकि इंसान की जुबान बेलगाम चलती है। आपका एक अच्छा या बुरा शब्द आपका और किसी और का पूरा दिन अच्छा या बुरा बना सकता है। मदर टेरेसा ने कहा है कि अच्छे शब्द छोटे होते हैं और बोलने में आसान भी। लेकिन इनकी प्रतिध्वनि लंबी होती है और कभी-कभी तो अंतहीन भी होती है। दरअसल अच्छे शब्दों में रचनात्मक शक्ति होती है। एक शब्द का एक आइडिया पूरी दुनिया को बदल सकता है। शब्दों के बारे में विंस्टन चर्चिल ने कहा है कि सभी महान चीजें सिर्फ एक शब्द में जाहिर हो जाती हैं - जैसे - आजादी, न्याय, सम्मान, उम्मीद। हमारी बोलचाल में भी इन्हीं शब्दों का उपयोग अधिक होना चाहिए। नेपोलियन बोनापार्ट ने कहा था कि एक शब्द है- असंभव, जो सिर्फ मूर्खों के शब्दकोश में पाया जाता है।