दुनियाके कई देशों में बच्चे 48 घंटों के लिए अपने घरों से गायब हो रहे हैं, और इसकी वजह भी अजीब है। ये बच्चे फेसबुक पर चल रहे एक चैलेंज को पूरा करने के लिए दो दिन तक घरों से बाहर रह रहे हैं। इस चैलेंज ने
बच्चों के पैरेंट्स की चिंता बढ़ा दी है। वायरल हो रहे इस चैलेंज का नाम '48 ऑवर चैलेंज' है। इस चैलेंज में बच्चे जितनी देर तक छिपे रहते हैं और सोशल मीडिया पर उनका जितना अधिक जिक्र होता है, उन्हें उतना ऊंचा स्कोर मिलता है। सोशल मीडिया पर उन बच्चों के परिजन या दोस्त जब उन्हें ढूंढ़ने की अपील करते हैं तो हर अपील पर चैलेंज लेने वाले के अकाउंट में रिवॉर्ड पॉइंट जुड़ते जाते हैं। इस चैलेंज के तहत घर से गायब हुए एक बच्चे की मां ने बताया, 'जैसे ही हमें उसके गायब होने का पता चला, दिमाग में कई तरह की आंशकाएं घर कर गईं। हमें लगा कि कहीं उसके साथ कुछ बुरा तो नहीं हो गया है। किसी ने उसे किडनैप तो नहीं कर लिया या उसके साथ कोई हादसा तो नहीं हो गया।' उन्होंने कहा कि अगर यह सोशल मीडिया पर चल रहा कोई गेम है, तो यह पैरेंट्स की चिंता बढ़ा रहा है। इसे तुरंत बैन किया जाए। बच्चों के लिए यह मजाक हो सकता है, पर हमारे लिए तो यह तकलीफदेह है। मेरे बच्चे को जब पुलिसवालों ने पकड़ा तो इसका पता चला। उसे जरा भी पछतावा नहीं था। पुलिस की कार में बैठे-बैठे भी वह सेल्फी पोस्ट कर रहा था।'
वैसे सोशल मीडिया पर ऐसा ट्रेंड दो साल बाद लौटा है। तब यूरोप में 72 ऑवर चैलेंज वायरल हुआ था और इसने दुनियाभर के पैरेंट्स की चिंता बढ़ा दी थी। इसमें बच्चों को 72 घंटों के लिए गायब रहना पड़ता था। हालिया वर्षों में फेसबुक और स्नैपचैट जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर टीनएजर्स के लिए ऐसे खतरनाक गेम का चलन बढ़ा है। पिछले दिनों 'डक्ट टेप' चैलेंज भी चर्चा में रहा था। इसमें एक बच्चा दूसरे बच्चे को टेप से पूरी तरह से बांध देता था और इसके बाद वह बच्चा टेप की जकड़ से बाहर निकलने की कोशिश करता है। इस चैलेंज में वॉशिंगटन के एक बच्चे की आंखों की रोशनी चली गई थी।
इससे पहले, सोशल मीडिया पर सिनामन (दालचीनी) चैलेंज वायरल हुआ था, जिसमें लोग एक चम्मच दालचीनी पाउडर खाने की कोशिश करते हैं। हालांकि, इससे जुड़े वीडियो मजाकिया थे, पर डॉक्टरों ने चेताया था कि इससे फेफड़ों को नुकसान पहुंच सकता है। इसी तरह, साल्ट और आइस चैलेंज भी पॉपुलर रहा, जिसमें लोग एक ही मुठ्ठी में नमक और बर्फ रखते थे और जो इसे जितने अधिक समय तक मुठ्ठी में रख पाता था, वहीं विजेता होता था। दो महीने पहले ब्लू व्हेल चैलेंज से भी टीनएजर्स को काफी नुकसान पहुंचा था। दुनियाभर में इस चैलेंज को पूरा करते हुए करीब 100 युवाओं की जान चली गई थी। कुछ बच्चों को समय रहते बचा लिया गया था।