साभार: भास्कर समाचार
राजकीय प्राथमिक स्कूलों के बच्चों को जल्द ही बैग लेकर स्कूल जाने से मुक्ति मिल जाएगी। विभाग पायलट प्रोजेक्ट के तहत गुड़गांव और मेवात के नौ स्कूलों को चुना है। इन स्कूलों के बच्चों को रोजाना बैग लेकर नहीं
जाना होगा। कापी-किताबें स्कूल में बनी आलमारी में रखी जाएगी। शिक्षा विभाग पायलेट प्रोजेक्ट के तहत पहले चरण में प्रदेश के 119 स्कूलों में बैग लैश-डे लर्निंग प्रोजेक्ट की शुरूआत करने जा रही है। इसके हर ब्लॉक से एक-एक प्राइमरी स्कूलों को शामिल किया गया गया है। इन स्कूलों को नए सिरे से विभाग तैयार करवा रहा है। जिससे बच्चों को पढ़ने के साथ बेहतर वातारण मुहैया कराया जा सके। सर्व शिक्षा अभियान के जिला परियोजना संयोजक मुकेश कुमार यादव ने बताया कि गुड़गांव जिले से चार स्कूलों को चुना गया है। इन स्कूलों में बच्चों की किताबें और सामान रखने के लिए एक प्रकार की रैक बनाया जा रहा है। इसमें बच्चों की सामान रखने के बाद बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए जूनियर इंजीनियरों को जल्द कार्य पूरा कराने को कहा गया है। अधिकारी ने बताया कि लॉकर-आलमारी के निर्माण में स्कूल मैनेजमेंट कमेटी और स्कूल हेड टीचर को शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि लॉकर बनाने पर एक स्कूल में करीब 69 हजार रुपये खर्च आएगा। इन लॉकर में बच्चों की पुस्तकों को रख सकेंगे। जिन विषयों की पढ़ाई अगले दिन होनी है। उन पुस्तकों को विद्यार्थियों को घर ले जाने की जरूरत नही पड़ेगी। टीचर स्कूल पर ही होमवर्क कराऐ। अधिकारियों का मानना है कि यह एक प्रकार का प्रयोग है। इस प्रकार की सिस्टम विदेशों में होता है,जहां पर बच्चे बिना बैग लेकर स्कूल जाते हैं। उन्हें स्कूल पर ही टीचर पढ़ाते है। इससे बच्चाें के बैग लेकर नहीं अाना जाना पड़ता है।
गुड़गांव जिले के स्कूल: गुड़गांव ब्लॉक में सेक्टर नौ प्राथमिक स्कूल,सोहना ब्लॉक में दरबारीपुर प्राथमिक स्कूल,पटौदी ब्लॉक में हैलीमंडी प्राथमिक स्कूल और फरुखनगर ब्लॉक राजकीय प्राथमिक स्कूल शामिल है।
मेवात जिले के स्कूल: राजकीय प्राथमिक स्कूल नगीना,राजकीय गर्ल्स प्राइमरी स्कूल नूंह,पुन्हाना ब्लॉक में प्राइमरी स्कूल दिधरा, तावडू ब्लॉक में राजकीय प्राइमरी स्कूल और फिरोजपुर झिरका में प्राइमरी स्कूल भोंड शामिल है।