Monday, October 23, 2017

गुरमीत के दूसरे खास राजदार बग्गड़ की SIT, ED को तलाश; नपुंसक बनाने के बाद लड़कियों की पहरेदारी पर बाबा लगाता था ड्यूटी

साभार: भास्कर समाचार
डेरा प्रमुख की सबसे पहली और खास राजदार हनीप्रीत को गिरफ्तार कर चुकी एसआईटी की निगाहें अब दूसरे अहम राजदार बग्गड़ उर्फ इकबाल पर हैं। यही नहीं, प्रवर्तन निदेशालय (इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट) भी बग्गड़ की
तलाश में है, क्योंकि डेरे का तमाम पैसा बग्गड़ के जरिए ही इधर-उधर किया जा रहा था। 
बग्गड़ अम्बाला सेंट्रल जेल में कैद सुखदीप का पति है और पिछले कई सालों से अपने परिवार सहित डेरे में रह रहा था। दूसरी तरफ एसआईटी ऐसे दो लोगों को भी काबू कर चुकी है, जिन्होंने डेरा प्रमुख पर नपुंसक बनाने का आरोप लगाया है। साथ ही नपुंसक बनाने के बाद उनकी ड्यूटी लड़कियों के पास लगाए जाने की बात कही है। इसके अलावा हनीप्रीत से हुई पूछताछ में एसआईटी ने डेरा प्रमुख के तीन पासपोर्ट अन्य सामान भी बरामद किया है। इस संबंध में एसआईटी पासपोर्ट रजिस्ट्रेशन अथॉरिटी से भी बातचीत कर सकती है। 
दरअसल, 25 अगस्त को पंचकूला में हुई अराजकता पर करीब 172 केस दर्ज किए गए हैं। इनकी जांच का जिम्मा अफसरों ने अलग-अलग नौ एसआईटी को सौंपा है। लगभग 171 मुकदमों की जांच लगभग एसआईटी नजदीक लगा चुकी है जबकि एक केस एसआईटी के लिए सिरदर्द बना हुआ है क्योंकि यह केस डेरा प्रमुख के उन खास लोगों से जुड़ा है, जिनकी 25 अगस्त को पंचकूला में अराजकता फैलाने और माहौल बिगाड़ने को लेकर ड्यूटी लगाई गई थी। 

मूलरूप से बठिंडा का रहने वाला बग्गड़ उर्फ इकबाल डेरामुखी का दूसरा सबसे अहम वफादार और राजदार सिपाही है। उसके इशारे पर डेरे की कई गतिविधियां चल रही थीं। 25 अगस्त को पंचकूला में हुई अराजकता में भी उसका खास रोल है। मगर एसआईटी की कार्रवाई के बाद से बग्गड़ फरार है। 
इन्फोर्समेंट डायरेक्टोरेट को भी तलाश: विदेशों में जमा पैसे और बड़े स्तर पर हुए लेन-देन पर नजर रखने वाली ईडी को भी बग्गड़ की तलाश है। पता चला है कि डेरे में आने वाले पैसे या फिर डेरे से बाहर जाने वाले तमाम पैसे का हिसाब-किताब बग्गड़ के हाथों ही होता था। यह पैसा कहां गया और क्यों गया, इसे लेकर ईडी भी बग्गड़ की गिरफ्तारी का इंतजार कर रही है। इसके अलावा डेरे की प्रॉपर्टी से जुड़ी तमाम रजिस्ट्रियों को लेकर भी ईडी अंदरखाते जांच कर रही है। 
माइंडवॉश करके बनाते थे नपुंसक: डेरे में कई विंग ऐसे हैं, जहां लड़कियां रहती थी। डेरामुखी कभी यह नहीं चाहता था कि कोई उसके अलावा लड़कियों के पास जाए। इसलिए वह उन लोगों की लड़कियों की पहरेदारी पर ड्यूटी लगाता था, जिन्हें डेरे में ही नपुंसक बनाया जाता था। ऐसे ही दो लोगों को एसआईटी गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें से एक डेरामुखी की कानूनी विंग और दूसरा पीए के तौर पर कामकाज संभाल रहा था जिन्होंने एसआईटी को बताया कि डेरामुखी नपुंसक बनाने से पहले लोगों का माइंड वॉश कर देता था जिस कारण यह बात बाहर तक नहीं पहुंचती थी। 
डेरा प्रमुख से भी हो सकती है पूछताछ: देखा जाए तो 25 अगस्त को पंचकूला में अराजकता फैलाने वालों को डेरा प्रमुख के इशारे पर ही तैयार किया गया था। यह सारा काम उनके नजदीकियों ने किया था। ऐसे में कहीं कहीं डेरा प्रमुख भी अराजकता का अहम गुनहगार है इसलिए एसआईटी अपनी आगामी तफ्तीश के दौरान रोहतक की सुनारिया जेल में कैद डेरा प्रमुख से भी पूछताछ कर सकती है। साथ ही तमाम नुकसान की भरपाई भी डेरामुखी की प्रॉपर्टी से ही की जाएगी।