भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलट्री ऑपरेशंस) के बीच सोमवार को हॉटलाइन पर बातचीत हुई। यह पहले से तय नहीं थी। पाकिस्तान ने इसके लिए भारत से अनुरोध किया था।
भारतीय डीजीएमओ ने पाक से कहा कि पाकिस्तानी सेना का आतंकियों को समर्थन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि आतंकियों की घुसपैठ के समय पाक सेना मदद करेगी तो हम कार्रवाई करेंगे। दोपहर में हुई बातचीत में पाकिस्तान के डीजीएमओ मेजर जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने आरोप लगाया कि भारतीय सुरक्षा बलों ने एलओसी पर बिना किसी उकसावे के फायरिंग की। भारत के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल एके भट्ट ने कहा कि हथियारबंद आतंकवादियों को पाकिस्तानी सेना के समर्थन के जवाब में भारतीय सैनिकों ने फायरिंग की थी। ये आतंकवादी सीमा पार कर घुसपैठ और भारतीय सेना की चौकियों को भी निशाना बनाना चाहते थे। उनके पास भारी हथियार थे। भारतीय सेना हमेशा पेशेवर मानकों का पालन करती है। कभी भी नागरिकों को टारगेट नहीं करती। भट्ट ने यह भी कहा कि भारतीय सेना फायरिंग की शुरुआत नहीं करती, वह तो सिर्फ जवाब देती है।
68 भारतीय मछुआरे रिहा करेगा पाकिस्तान: इस बीच पाकिस्तान सरकार ने 68 भारतीय मछुआरों को रिहा करने का फैसला किया है। राजधानी स्थित पाकिस्तानी दूतावास के सूत्रों ने सोमवार को बताया कि इन्हें वाघा बॉर्डर के रास्ते स्वदेश भेजा जाएगा। ये मछुआरे गलती से पाकिस्तान की जल सीमा में गए थे। पाक सरकार ने सद्भावना के तहत यह कदम उठाया है।