साभार: जागरण समाचार
फतेहाबाद जिले के टोहाना खंड का गांव नांगला ऐसा गांव है जहां के किसी बाशिंदे के खिलाफ कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है। आपसी भाईचारे के लिए नजीर इस गांव में लड़ाई-झगड़े का दूर-दूर तक वास्ता नहीं है। सुखद
यह कि अब आसपास के गांव भी नांगला की राह चलने की कोशिश कर रहे हैं। टोहाना शहर से महज 9 किलोमीटर दूर नांगला की आबादी 3500 के आसपास है। गांव के पूर्व सरपंच हरपाल सिंह ने बताया कि गांव में किसी भी तरह का मामला होता है तो उस मामले को ग्राम पंचायत स्वयं ही अपने स्तर पर सुलझाने का प्रयास करती है। उसके बाद भी यदि कोई व्यक्ति थाने में शिकायत लेकर चला भी जाता है तो उस व्यक्ति का मामला भी पंचायत अपने स्तर पर निपटाती है। थाने में मामला दर्ज ही नहीं होने दिया जाता। गांव के लगभग लोग सहयोग करते हैं। गांव की ग्राम पंचायत लोगों के सहयोग से काम करती है।समैन क्षेत्र के गांव नांगला में बैठक करते पंचायत के सदस्य।
क्षेत्रफल के हिसाब से नांगला गांव बहुत छोटा है। गांव में अनुसूचित जाति की बहुलता है। गांव की दो हजार एकड़ भूमि कृषि योग्य है जिसमें गेहूं व धान की फसलें होती है। कृषि के अलावा अन्य किसी तरह का रोजगार न होने के कारण इस गांव से अधिकतर लोग विदेशों में जाकर बस गए हैं। कनाडा, अमेरिका, आस्ट्रेलिया, इग्लैंड, न्यूजीलैंड से लेकर विश्व के कई देशों में यहां से जाकर लोग बसे हुए है। यह आंकड़ा डेढ़ सौ से ज्यादा लोगों को है।
बड़ा अपराधिक मामला नहीं है दर्ज: इस बारे में टोहाना सदर पुलिस प्रशासन का कहना है कि बड़ा आपराधिक मामला उनके संज्ञान में नहीं है। यह बहुत अच्छी बात है कि गांव में लड़ाई झगड़े व अन्य सभी तरह के फैसले ग्राम पंचायत अपने स्तर पर निपटाती है। गांव नांगला की ग्राम पंचायत इसके लिए प्रशंसा की पात्र है।
भाईचारे की मिसाल है गांव - एसडीएम: टोहाना के एसडीएम सरजीत नैन ने कहा कि गांव नांगला के लोग आपसी भाईचारे से रहते है,इसके लिए गांव नांगला के सभी ग्रामवासियों व समूची ग्राम पंचायत को बधाई। गांव नांगला दूसरे गांवों के लिए एक बड़ा प्ररेणास्नोत है। दूसरे गांव के लोगों को गांव नांगला से सीख लेनी चाहिए।