साभार: जागरण समाचार
हरियाणा विधानसभा में बाजरे और गन्ने की फसल के उचित दाम नहीं मिलने के मुद्दे पर विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला और कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ भिड़ गए। दोनों नेता खेत में पराली जलाने पर किसानों के खिलाफ होने वाली कार्रवाई पर भी आमने-सामने हो गए। अभय चौटाला ने कहा कि सरकार तीन साल में एक भी फैसला किसान हित का नहीं ले पाई। ओमप्रकाश धनखड़ ने किसान हित के फैसले गिनाते हुए कहा कि चौटाला कभी तारीफ करना भी सीख लें।
विवाद इनेलो विधायक केहर सिंह के गन्ने की बिक्री में आ रही दिक्कतों से जुड़े सवाल पर हुआ। अभय सिंह चौटाला ने मुद्दा संभालते हुए बाजरे की खरीद सही ढंग से नहीं होने पर सरकार को घेर लिया। उन्होंने धनखड़ की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आप किसानों से झूठ बोलकर आते हैं। व्यापारी भी दुखी हैं। इस पर धनखड़ ने चौटाला की तरफ अंगुली उठाते हुए कहा कि अब झूठ की राजनीति नहीं चलेगी। झूठ इनेलो नेता बोलते हैं। भाजपा विधायक तेजपाल तंवर ने हस्तक्षेप करते हुए इनेलो नेताओं को घेरना चाहा तो चौटाला ने उन्हें भी लपेट लिया। धनखड़ और चौटाला में काफी देर शब्द बाण चलते रहे। ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान जब पराली जलाने वाले किसानों पर मुकदमों की बात आई तो चौटाला उनकी ढाल बन गए। मामला शांत होने पर कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि सरकार किसानों के बाजरे का एक-एक दाने की खरीद करेगी और अब तक 19,656 मीटिक टन बाजरे की खरीद की जा चुकी है जबकि गत वर्ष 6300 मीटिक टन बाजरे की खरीद की गई थी।