एन. रघुरामन (मैनेजमेंटगुरु)
मुझे जो घटना याद आई वह 2014 में हुई थी, जिसमें लड़की को उसके चाचा ने एक विवाह समारोह के बहाने से दूसरे गांव भेजा। विवाहस्थल पर पहुंचने के बाद उसे अच्छे कपड़े पहनाए गए लेकिन, उसे यह अहसास नहीं हुआ कि वह खुद ही दुल्हन है, जब तक कि उसे 40 वर्षीय व्यक्ति के साथ शादी करने पर मजबूर नहीं किया गया। महिलाओं को बाल विवाह और शोषण से बचाने के अलावा उन्हें शिक्षित करके आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में मदद करने वाले महिलाओं के स्थानीय ग्रुप को जब यह मालूम पड़ा तो उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी। विवाह खारिज हो गया, लड़की के रिश्तेदारों दूल्हे को हिरासत में ले लिया गया और लड़की अपने पालकों के पास लौट गई। भूमिका विहार एेसा ही मानव तस्करी के खिलाफ काम करने वाला बिहार स्थित संगठन है, जो लड़कियों को देह व्यापार और प्रताड़ना के खिलाफ संरक्षण देता है। नेशनल क्राइम रेकॉर्ड्स ब्यूरो का दावा है कि 2016 में बिहार के विभिन्न इलाकों से 3,037 लड़कियां गायब हो गईं। महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामले में बिहार 11वें स्थान पर है। राज्य के चार सीमावर्ती जिलों से ही 168 बच्चे पिछले साल गायब हुए।
भूमिका विहार की डायरेक्टर शिल्पी सिंह उसी कटिहार जिले के छोटे कस्बे में जन्मी थीं, जहां उन्होंने स्कूल कॉलेज की शिक्षा पूरी की और फिर एमबीए करने पटना चली गईं। उनके पिता अरुण कुमार सिंह ने उनके जन्म के एक साल पहले भूमिका विहार शुरू किया था, जिसके कारण शिल्पी को अपने आसपास का परिवेश समझने में मदद मिली। शिक्षा पूरी होने के बाद किसी बड़े शहर में जाकर अधिक अच्छे अवसर तलाशने की बजाय उन्होंने अपनी शिक्षा को अपने समुदाय और अपने कटिहार जिले के वृहत्तर कल्याण के लिए लगाने का निश्चय किया। जब 30 मार्च 2013 को शिल्पी के पिताजी का निधन हो गया तो उन्होंने संगठन की बागडोर संभाल ली और देह तस्करी और बाल विवाह विरोधी अभियान जारी रखे। तब से भूमिका विहार ने सिर्फ 1 हजार लड़कियों को मुफ्त शिक्षा दी बल्कि कई लड़कियों को देह व्यापार से बचाया। महत्वपूर्ण यह है कि सौ लड़कियों को बाल विवाह से बचाया। 34 वर्षीय शिल्पी यही काम कर रही है, जिस पर उन्हें यकीन है।
इस सोमवार उन्हें फोन कॉल आया और कहा गया कि वे जिस तरह से दूसरों की जिंदगियां बचा रहीं है उसे देखते हुए वे असली सुपरस्टार हैं। उन्होंने वादा किया कि वे उनसे मिलने पटना आएंगे और उन्हें मुंबई आमंत्रित करेंगे। फोन करने वाले और कोई नहीं बॉलीवुड आइकन अामिर खान थे। उनका फोन कॉल उस अभियान का हिस्सा है, जिसमें ऐसे लोगों का पता लगाया जाता है, जो किसी बड़े सामाजिक उद्देश्य के लिए काम कर रहे हैं पर दुनिया को उनका पता नहीं है। आमिर अपने आने वाले कार्यक्रम 'सीक्रेट सुपरस्टार' के प्रचार में लगे हैं, जो अक्टूबर 2019 में शुरू होगा। यह छोटे शहरों की लड़कियों के सपनों, आकांक्षाओं और संघर्षों की कहानी है। जाहिर है अपने वर्क प्रोफाइल के आधार पर शिल्पी को सीक्रेट सुपरस्टार के लिए चुना गया है।
फंडा यह है कि वह करते रहें जिसमें आपका यकीन है; हर अच्छे काम की मंजिल होती है, जो आपके वहां पहुंचने पर बदल भी सकती है।
साभार: भास्कर समाचार
इस बुधवार जब सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला दिया तो मुझे करीब 12 साल की बिहारी लड़की की कहानी याद आई, जिसे 40 वर्षीय आदमी के साथ शादी करने पर मजबूर किया गया था। फैसले में कहा गया है कि पुरुष
और उसकी 18 साल से कम उम्र की पत्नी के बीच शारीरिक संबंधों को दुष्कर्म माना जाएगा। इस आरोप में पुरुष को दस साल की जेल या 2012 के पोस्को एक्ट के तहत उम्रकैद भी हो सकती है। मुझे जो घटना याद आई वह 2014 में हुई थी, जिसमें लड़की को उसके चाचा ने एक विवाह समारोह के बहाने से दूसरे गांव भेजा। विवाहस्थल पर पहुंचने के बाद उसे अच्छे कपड़े पहनाए गए लेकिन, उसे यह अहसास नहीं हुआ कि वह खुद ही दुल्हन है, जब तक कि उसे 40 वर्षीय व्यक्ति के साथ शादी करने पर मजबूर नहीं किया गया। महिलाओं को बाल विवाह और शोषण से बचाने के अलावा उन्हें शिक्षित करके आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में मदद करने वाले महिलाओं के स्थानीय ग्रुप को जब यह मालूम पड़ा तो उन्होंने पुलिस को सूचना दे दी। विवाह खारिज हो गया, लड़की के रिश्तेदारों दूल्हे को हिरासत में ले लिया गया और लड़की अपने पालकों के पास लौट गई। भूमिका विहार एेसा ही मानव तस्करी के खिलाफ काम करने वाला बिहार स्थित संगठन है, जो लड़कियों को देह व्यापार और प्रताड़ना के खिलाफ संरक्षण देता है। नेशनल क्राइम रेकॉर्ड्स ब्यूरो का दावा है कि 2016 में बिहार के विभिन्न इलाकों से 3,037 लड़कियां गायब हो गईं। महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामले में बिहार 11वें स्थान पर है। राज्य के चार सीमावर्ती जिलों से ही 168 बच्चे पिछले साल गायब हुए।
भूमिका विहार की डायरेक्टर शिल्पी सिंह उसी कटिहार जिले के छोटे कस्बे में जन्मी थीं, जहां उन्होंने स्कूल कॉलेज की शिक्षा पूरी की और फिर एमबीए करने पटना चली गईं। उनके पिता अरुण कुमार सिंह ने उनके जन्म के एक साल पहले भूमिका विहार शुरू किया था, जिसके कारण शिल्पी को अपने आसपास का परिवेश समझने में मदद मिली। शिक्षा पूरी होने के बाद किसी बड़े शहर में जाकर अधिक अच्छे अवसर तलाशने की बजाय उन्होंने अपनी शिक्षा को अपने समुदाय और अपने कटिहार जिले के वृहत्तर कल्याण के लिए लगाने का निश्चय किया। जब 30 मार्च 2013 को शिल्पी के पिताजी का निधन हो गया तो उन्होंने संगठन की बागडोर संभाल ली और देह तस्करी और बाल विवाह विरोधी अभियान जारी रखे। तब से भूमिका विहार ने सिर्फ 1 हजार लड़कियों को मुफ्त शिक्षा दी बल्कि कई लड़कियों को देह व्यापार से बचाया। महत्वपूर्ण यह है कि सौ लड़कियों को बाल विवाह से बचाया। 34 वर्षीय शिल्पी यही काम कर रही है, जिस पर उन्हें यकीन है।
इस सोमवार उन्हें फोन कॉल आया और कहा गया कि वे जिस तरह से दूसरों की जिंदगियां बचा रहीं है उसे देखते हुए वे असली सुपरस्टार हैं। उन्होंने वादा किया कि वे उनसे मिलने पटना आएंगे और उन्हें मुंबई आमंत्रित करेंगे। फोन करने वाले और कोई नहीं बॉलीवुड आइकन अामिर खान थे। उनका फोन कॉल उस अभियान का हिस्सा है, जिसमें ऐसे लोगों का पता लगाया जाता है, जो किसी बड़े सामाजिक उद्देश्य के लिए काम कर रहे हैं पर दुनिया को उनका पता नहीं है। आमिर अपने आने वाले कार्यक्रम 'सीक्रेट सुपरस्टार' के प्रचार में लगे हैं, जो अक्टूबर 2019 में शुरू होगा। यह छोटे शहरों की लड़कियों के सपनों, आकांक्षाओं और संघर्षों की कहानी है। जाहिर है अपने वर्क प्रोफाइल के आधार पर शिल्पी को सीक्रेट सुपरस्टार के लिए चुना गया है।
फंडा यह है कि वह करते रहें जिसमें आपका यकीन है; हर अच्छे काम की मंजिल होती है, जो आपके वहां पहुंचने पर बदल भी सकती है।