माना जाता है कि अच्छे से मिलना, दिलचस्प बातें करना नैसर्गिक गुण होता है। और यह बहुत कुछ व्यक्ति के स्वभाव पर निर्भर करता है कि वह अंतर्मुखी है या बहिर्मुखी। लेकिन कुछ बातों पर ध्यान दिया जाए तो अच्छी
मेल-मुलाकात की कला सीखी जा सकती है। इसकी शुरुआत आपको अपना कंफर्ट ज़ोन तोड़कर करना होगी। कई बार आप किसी अपरिचित के साथ होते हैं। लेकिन बात करने में संकोच होता है। शायद इसलिए कि आपके पास बात करने के लिए विषय हो। ऐसी स्थिति में अच्छा तरीका है बात को सामने वाले व्यक्ति की प्रशंसा से शुरू करना। आप चाहें तो उनकी सरल शब्दों में प्रशंसा कर सकते हैं। इससे वे स्वयं ही आपकी ओर आकर्षित होंगे और बात को आगे बढ़ाएंगे। फिर आप अपने बारे में बता सकते हैं। वैसे सयंमित तरीके से शो-ऑफ करना भी बातचीत में अच्छा माना जाता है। आपकी खूबियों और उपलब्धियों से प्रभावित होकर भी लोग बातों को आगे बढ़ाते हैं। आपके बारे में जानने की उनकी रुचि बढ़ती है। अच्छी मेल-मुलाकात का एक बड़ा पक्ष यह भी होता है कि आप दूसरों को ध्यान से सुनते हैं या नहीं। वैसे जो लोग बातचीत में माहिर नहीं हैं वे चाहें तो नए लोगों से मिलने से पहले इसकी प्लानिंग भी कर सकते हैं और तैयारी भी। जरूरी नहीं कि इसके लिए कोई स्क्रिप्ट लिखी जाए। लेकिन कुछ नोट्स बनाए जा सकते हैं कि क्या बात करना रोचक रहेगा। जिससे आप मिलने जा रहे हैं उनकी क्या रुचि है यह अगर सोशल मीडिया के माध्यम से पता कर लिया जाए तो बात करना सहज हो जाएगा।