Wednesday, November 30, 2016

इंग्लैंड के खिलाफ तीसरा टेस्ट जीत कर भारत ने 23 साल पुराना इतिहास दोहराया

भारत ने तीसरे टेस्ट मैच में इंग्लैंड को आठ विकेट से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल कर ली है। पहला टेस्ट ड्रॉ रहने के बाद यह इस सीरीज में टीम इंडिया की लगातार दूसरी जीत है। 23 साल में पहली बार ऐसा हुआ जब भारतीय टीम ने इंग्लैंड के खिलाफ लगातार दो टेस्ट मैचों में जीत हासिल की है। इससे पहले
1993 में मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में भारत ने लगातार तीन टेस्ट मैच जीते थे। इससे पहले 1961 में नारी कॉन्ट्रैक्टर, 1973 में अजीत वाडेकर और 1986 में कपिल देव की कप्तानी में भी भारतीय टीम यह कारनामा कर चुकी है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं।इग्लैंड की टीम दूसरी पारी में 236 रन पर सिमट गई। इससे भारत को जीत के लिए 103 रन का आसान लक्ष्य मिला जिसे उसने 20.2 ओवर में दो विकेट खोकर हासिल कर लिया। पार्थिव पटेल ने 67* और चेतेश्वर पुजारा ने 25 रन का योगदान दिया। प्लेयर ऑफ मैच रवींद्र जडेजा रहे। उन्होंने ऑलराउंड प्रदर्शन (90 रन, 4 विकेट) किया। मैच का विजयी चौका पार्थिव पटेल ने बैटी की गेंद पर जमाया। दोनों टीमें अब चौथा टेस्ट मैच 8 दिसंबर से मुंबई में खेलेंगी। 
शमी के बाउंसरों का कमाल: तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने लंच के बाद अपने बाउंसरों के शस्त्र से इंग्लैंड के पुछल्ले बल्लेबाजों को परेशान किया। वोक्स (30 रन) शमी के एक 143 किमी प्रति घंटे की रफ्तार के बाउंसर को खेल नहीं सके और विकेटकीपर पार्थिव पटेल को कैच दे बैठे। शमी ने 143.4 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से एक और बाउंसर आदिल रशिद (0) को किया। राशिद के पास इसे हुक करने के अलावा कोई चारा नहीं था और गेंद बल्ले का किनारा लेकर फाइन लेग पर उमेश यादव के हाथों में समा गई। आखिरी विकेट एंडरसन के रूप में गिरा। 
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.