विजीलेंस ने शिक्षा विभाग के क्लर्क को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपों के मुताबिक उसने प्राइवेट स्कूल से रिकॉर्ड वेरीफिकेशन के नाम पर 60 हजार रुपये मांगे थे। आरोपी क्लर्क 10
हजार रुपये पहले ही ले चुका है। आरोपी को रविवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। जिले में नई करंसी के रूप में रिश्वत लेने का पहला मामला सामने आया है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। गांव पिरथला में आदर्श सीनियर सेकेंडरी स्कूल के संचालक सुरेश ने बताया कि किसी ने उसके स्कूल को लेकर हाई कोर्ट में एक याचिका डाली थी जिस पर कोर्ट ने शिक्षा विभाग से स्कूल का रिकॉर्ड वेरिफाई करने को कहा था। जब ये फाइल प्राइवेट स्कूलों के मामले देखने वाले क्लर्क राजकुमार के पास पहुंची तो उसने रिश्वत की मांग की। बात 60 हजार रुपये में फाइनल हो गई और 10 हजार रुपये क्लर्क ने एडवांस में ले लिए। इसके बाद रिश्वत के पैसे लेने के लिए उसने अपने ही दफ्तर के नीचे मिलने की बात कही। सुरेश ने विजीलेंस इंस्पेक्टर भूपेंद्र शर्मा को सारे मामले की जानकारी दी। तय समय पर सुरेश 2-2 हजार की नई करंसी के 25 नोट लेकर मौके पर पहुंचा और जैसे ही क्लर्क राजकुमार ने नोट लिए विजीलेंस की टीम ने उसे पकड़ लिया।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.