साभार: जागरण समाचार
शिक्षा विभाग में एक बार फिर रेशनलाइजेशन होने जा रहा रहा है। गर्मियों की छुट्टियों में शिक्षा विभाग में उलट-पलट होगा। सरप्लस पदों पर बैठे शिक्षकों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा तो खाली पदों को भरने का प्रयास
होगा। इसके अलावा मनपसंद स्कूलों में बैठे शिक्षकों को भी अब बाहर जाना पड़ेगा। शिक्षा विभाग निदेशालय ने स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या मांगी है। इसके अलावा स्कूलों में भरे हुए पद, विषय मौजूदा स्थिति की भी जानकारी मांगी है। पूरा रिकार्ड वर्ष 30 सितम्बर 2018 के मुताबिक होगा। यानि की स्कूलों को 30 सितंबर 2018 तक विद्यार्थियों की संख्या की जानकारी देनी होगी।
इसके मुताबिक ही स्कूलों में शिक्षकों के पदों को घटाया व बढ़ाया जाएगा। अगर विद्यार्थियों की संख्या बढ़ी है तो शिक्षकों के नए पद जारी होंगे, अगर कम हुए हैं और शिक्षक हैं तो इन्हें दूसरे स्कूल में भेजा जाएगा। इसके अलावा शिक्षक अपने मनमर्जी स्कूलों में ट्रांसफर करवा सकेंगे। फिलहाल सीनियर सेकेंडरी स्कूलों का रेशनलाइजेशन होने जा रहा है। इसमें नए भर्ती हुए टीजीटी और पीजीटी को भी शामिल किया जाएगा।
स्कूलों को एमआइएस पोर्टल पर बच्चों की संख्या के साथ-साथ परीक्षा परिणाम की भी जानकारी देनी होगी। अगर कोई स्कूल जून माह में होने वाले ट्रांसफर खुलने से पहले संख्या नहीं देता है तो इसे खाली माना जाएगा। इससे शिक्षक के परीक्षा परिणाम के पांच अंक भी नहीं जुड़ेंगे ये पांच अंक शिक्षक के ट्रांसफर में काम आएंगे। मेरिट के आधार पर शिक्षकों को मनचाहा स्टेशन मिलेगा।