Thursday, May 2, 2019

ITI में एक छात्र और 2 कर्मचारियों की हाई टेंशन तार की चपेट में आने से दर्दनाक मौत

साभार: जागरण समाचार  
सिरसा के ओढ़ां में बुधवार सुबह हाईटेंशन तार की चपेट में आने से एक छात्र सहित तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि एक छात्र गंभीर रूप से झुलस गया। उसे नागरिक अस्पताल ले जाया गया, जहां से गंभीर
हालत के चलते उसे अग्रोहा मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। आइटीआइ में तीन दिन से दीवार के साथ लगे पोल की लाइट खराब थी। बुधवार सुबह संस्थान के दो छात्र जंडवाला जाटान निवासी लवप्रीत और नुहियांवाली निवासी रमेश लाइट ठीक कर रहे थे। उन्होंने पोल से कुछ दूरी पर खड़े लोहे के 20 फीट ऊंचे स्टैंड को खींचने के लिए आउटसोर्सिग कर्मचारी इंद्रपाल और उसके बेटे केवल सिंह को बुलाया।  
जब लोहे के स्टैंड को खींचा तो उसका एक पहिया जमीन में धंसकर टूट गया। इससे स्टैंड ऊपर से गुजर रही 11 हजार वॉट की हाईटेंशन लाइन से छू गया। करंट का झटका लगने से रमेश दूर जा गिरा जबकि बाकी तीनों स्टैंड के पाइप से चिपके रहे। हादसे में जंडवाला जाटान निवासी लवप्रीत, आइटीआइ में आउटसोर्सिग कर्मचारी इंद्रपाल और उसके बेटे केवल की मौके पर ही मौत हो गई। गंभीर रूप से झुलसे रमेश को नागरिक अस्पताल सिरसा ले जाया गया, जहां से उसे अग्रोहा मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया।
सूचना मिलते ही कालांवाली के एसडीएम मनोज कुमार और बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता रणवीर सिंह मौके पर पहुंचे। दोपहर बाद तकनीकी शिक्षा विभाग के महानिदेशक टीएल सत्यप्रकाश ने सिरसा के उपायुक्त से इस मामले में रिपोर्ट मांगी। उपायुक्त ने बिजली निगम के अधिकारियों को तलब कर पीड़ित परिवारों की मदद करने तथा लाइन शिफ्ट करने के निर्देश दिए हैं।
पहले से है हाईटेंशन लाइन, बाद में बनी आइटीआइ: ओढ़ां आइटीआइ के ऊपर से गुजरने वाली हाईटेंशन लाइन पहले से बिछी हुई है और आइटीआइ संस्थान बाद में वर्ष 2013 में बना है। 
कपड़े को रस्से का रूप दे छात्रों ने बमुश्किल स्टैंड हटाया: आइटीआइ में हुए हादसे के बाद स्टाफ और छात्रों ने ओढ़ा बिजली केंद्र में संपर्क करके बिजली आपूर्ति बंद करवाई। इसके बाद छात्रों ने संस्थान में रखे अग्निशमन सिलेंडरों की मदद से जले हुए शवों को बुझाया। इसके बाद बड़े कपड़े को रस्से का रूप देकर हाईटेंशन तारों से सटे लोहे के स्टैंड को हटाया। इस दौरान पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।