साभार: जागरण समाचार
हरियाणा के चुनावी रण में दल बदल का खेल तेज हो गया है। मंगलवार को सिरसा के पूर्व सांसद डॉ. सुशील इंदौरा ने अभय सिंह चौटाला के नेतृत्व में इनेलो में घर वापसी की, जबकि इनेलो विधायक नसीम अहमद और
पूर्व विधायक मोहम्मद इलियास कांग्रेस में शामिल हो गए। इससे पहले इलियास जननायक जनता पार्टी में शामिल हुए थे। डॉ. सुशील इंदौरा पिछले लोकसभा चुनाव में हजकां-भाजपा गठबंधन के प्रत्याशी थे। तब उन्होंने 2 लाख 46 हजार वोट हासिल किए थे। धानक समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले इंदौरा के इनेलो में शामिल होने से सिरसा में पार्टी को खासी मजबूती मिली है।
इनेलो के फिरोजपुर ङिारका से विधायक नसीम अहमद और पुन्हाना के पूर्व विधायक मोहम्मद इलियास मंगलवार को नई दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया। नसीम अहमद के इनेलो छोड़ते ही अब अभय चौटाला के साथी विधायकों की संख्या घटकर 10 रह गई है। इनेलो के 19 विधायक होते थे। एक विधायक नगेंद्र भड़ाना भाजपा के साथ हैं। दो विधायकों डा. हरिचंद मिढा और जसविंद्र सिंह संधू का देहावसान हो चुका है।
इनेलो के चार विधायक नैना सिंह चौटाला, अनूप धानक, राजदीप फौगाट व पिरथी नंबरदार ने जननायक जनता पार्टी को समर्थन दे रखा, जबकि दो विधायक केहर सिंह रावत व रणबीर गंगवा भाजपा में शामिल हो चुके हैं। अभय सिंह चौटाला की शिकायत पर रावत व गंगवा की विधानसभा से सदस्यता रद हो चुकी है, जबकि चार विधायकों के विरुद्ध दल बदल कानून के तहत कार्रवाई के लिए चौटाला ने स्पीकर को लिखा हुआ है।
सोमवार को हिसार में पूर्व मंत्री हरि सिंह सैनी मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए थे, जबकि पूर्व मंत्री डा. मुनि लाल रंगा भाजपा छोड़कर वापस कांग्रेस में चले गए थे। इससे पहले पूर्व मंत्री जय प्रकाश गुप्ता मुख्यमंत्री के सामने भाजपा में शामिल हुए। उल्लेखनीय है कि पिछले सवा माह के दौरान 14 पूर्व विधायकों ने अपनी आस्था बदली है और दूसरे दलों का झंडा थामा है।