योग की तर्ज पर गीता जयंती को वैश्विक बनाने के प्रयासों के तहत पूरे विश्व में प्रोग्राम लेट्स चेंट गीता एक्रॉस ग्लोब के नाम से होगा। 10 दिसंबर को गीता जयंती के दिन शाम छह से सवा छह बजे तक यह प्रोग्राम कुरुक्षेत्र
स्थित ब्रह्मसरोवर पर होगा। जबकि अन्य देशों में भारतीय समय पर अलग अलग टाइम पर होगा। गीता जयंती को इस बार सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर का दर्जा दे चुकी है। इसकी तैयारियां भी पिछले छह माह से अधिक समय से चल रही हैं, लेकिन यह प्रोग्राम पिछले महीने ही तय हुआ। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं।डीसी सुमेधा कटारिया और गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने इसकी रूपरेखा तैयार की। जिसे सरकार ने भी स्वीकृति दे दी। इस कार्यक्रम का आयोजन देश के प्रमुख धार्मिक संस्थानों की मदद से किया जाएगा। साथ ही विभिन्न दूतावासों की भी मदद ली जाएगी।
डीसी सुमेधा के मुताबिक 11 देशों में कार्यक्रम तय हो चुका है। जबकि 23 देशों में इसे लेकर संपर्क साधा जा रहा है। यूएई, घाना, इंडोनेशिया, बाली, हांगकांग, जापान, मलेशिया, फिजी, न्यूजीलैंड, यूएसए, इंग्लैंड आस्ट्रेलिया में कार्यक्रम तय हो चुके हैं। इन देशों में धार्मिक संस्थाओं से जुड़े अनुयायी ही चेंट (राग, कीर्तन) गीता के तहत गीता के चुनिंदा 18 श्लोकों का रागमय उच्चारण करेंगे। जो लोग संस्कृत समझ नहीं सकेंगे, उनके लिए यू-ट्यूब पर 15 मिनट का कुरुक्षेत्र से लाइव प्रसारण होगा।
पिछली बार 11 हजार बच्चों ने ब्रह्मसरोवर तट पर 18 गीता श्लोक का सामूहिक पाठ किया था। इसके बाद दीपदान में हिस्सा लिया। इस बार 18 हजार बच्चे सामूहिक पाठ कर रिकार्ड बनाएंगे। हालांकि पहले ब्रह्मसरोवर पर यह कार्यक्रम होना था, लेकिन अब समय और स्थान दोनों बदले गए हैं। दीपदान के समय सर्दी अंधेरा हो जाता है। ऐसे में प्रशासन कोई रिस्क नहीं उठाना चाहता। लिहाजा इस बार सात नवंबर को थीम पार्क में दिन में यह आयोजन होगा। सामूहिक पाठ के साथ ही सामूहिक सूर्यनमस्कार भी होगा। पहले यह कार्यक्रम छह या 10 दिसंबर को कराने की योजना थी।
18 श्लोकों का होगा रागमय उच्चारण: इस प्रोग्राम के तहत गीता के 18 चुनिंदा श्लोकों का उच्चारण किया जाएगा। इन्हें लेकर बाकायदा एक अष्टाध्यायी गीता बुकलेट भी तैयार की है। यह बुकलेट जीओ गीता संस्थान की मदद से बनाई गई है। हालांकि इसका खर्च केडीबी ही गीता जयंती बजट के तहत वहन करेगी। ऐसी करीब 50 हजार बुकलेट तैयार की जा रही हैं।
मैराथन पेंटिंग का बन सकता है रिकॉर्ड: पूरे शहर को भी गीता उत्सव के साथ जोड़ने की पूरी कवायद चल रही है। इसे देखते हुए प्रशासन गीता जयंती से पहले ही दो प्रमुख आयोजन करने की योजना बना रहा है। इनमें एक सामूहिक पेंटिंग और दूसरा सिटी मैराथन कराना है। योजना सिरे चढ़ती है तो सामूहिक पेंटिंग के तहत ब्रह्मसरोवर की परिधि में साढ़े तीन किमी में एक साथ 18 हजार से अधिक बच्चे कैन-वास पर पेंटिंग बना कर एक रिकॉर्ड बनाएंगे। ऐसे ही सिटी मैराथन में 20 हजार से ज्यादा लोगों को शामिल करने की योजना है। अभी इस पर मंथन चल रहा है।
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साभार: भास्कर समाचार
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