साभार: जागरण समाचार
देश में बेरोजगारी दर के मामले में उत्तर प्रदेश का प्रयागराज शहर टॉप पर है। यही नहीं सर्वाधिक बेरोजगारी दर वाले देश के दस शहरों में यूपी के पांच शहर शामिल हैं। दूसरे नंबर पर मेरठ और महाराष्ट्र का पुणो तीसरे स्थान
पर है। इन शहरों में बेरोजगारी दर राष्ट्रीय औसत से बहुत अधिक है।
वहीं सबसे कम बेरोजगारी दर महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई-विरार और गुजरात के राजकोट में है। इसी तरह एनसीआर में सबसे कम बेरोजगारी दर फरीदाबाद में हैं। सरकारी संस्था नेशनल सैंपल सर्वे ऑफिस (एनएसएसओ) के ‘पीरिओडिक लेबर फोर्स सर्वे’ में यह आंकड़े सामने आए हैं।
यह सर्वे जुलाई 2017 से जून 2018 के बीच हुआ था और इसकी रिपोर्ट इस साल 31 मई को जारी की गई है। इस सर्वे में 10 लाख से अधिक आबादी वाले 45 शहरों को शामिल किया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक इन शहरों में सर्वाधिक 8.9 प्रतिशत बेरोजगारी दर प्रयागराज में है जबकि 8.5 प्रतिशत बेरोजगारी दर के साथ मेरठ दूसरे नंबर पर और 7.5 प्रतिशत बेरोजगारी दर के साथ पुणो तीसरे नंबर पर है।
इसी तरह महाराष्ट्र का ¨पपरी-चिंचवड शहर चौथे, राजस्थान का कोटा पांचवें, कानपुर छठे, गाजियाबाद सातवें, धनबाद आठवें, लखनऊ नौवें और पटना दसवें स्थान पर है।
एनएसएसओ की 45 शहरों की इस सूची में यूपी के कुल सात शहर-प्रयागराज, मेरठ, लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद, वाराणसी और आगरा शामिल हैं। यूपी के सिर्फ दो शहर वाराणसी और आगरा ही ऐसे हैं जहां बेरोजगारी दर अपेक्षाकृत कम है। वाराणसी में बेरोजगारी दर 3.6 फीसद और आगरा में 2.1 प्रतिशत है। इस सूची में मध्य प्रदेश के तीन शहर-ग्वालियर, भोपाल और इंदौर शामिल हैं। हालांकि, इन तीनों शहरों में बेरोजगारी दर काफी कम है। इसी तरह रांची में भी बेरोजगारी दर काफी कम है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में सबसे कम बेरोजगारी दर फरीदाबाद में 3.3 प्रतिशत है जबकि दिल्ली में यह 3.9 प्रतिशत और गाजियाबाद में 6.3 प्रतिशत है। देश में सबसे कम बेरोजगारी दर 0.1 प्रतिशत महाराष्ट्र के वसई-विरार शहर में है। वसई-विरार के अलावा देश में सिर्फ तीन शहर- राजकोट(0.3), मदुरै(0.6) और नासिक (0.9) ऐसे हैं जहां बेरोजगारी दर एक प्रतिशत से कम है।