Tuesday, June 4, 2019

राममंदिर निर्माण के लिए अब नहीं करनी पड़ेगी और प्रतीक्षा - विहिप

साभार: जागरण समाचार  
राममंदिर निर्माण के लिए अब और प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी। विश्व हंिदूू परिषद (विहिप) के केंद्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने सोमवार को मणिरामदास जी की छावनी में संतों की बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही।

उन्होंने रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मध्यस्थता से हल करने के प्रयासों को आड़े हाथों लिया। कहा कि रामजन्मभूमि या किसी की भी जन्मभूमि की अदला-बदली नहीं हो सकती। यदि, दूसरा पक्ष कोई मस्जिद चाहता है तो वह ऐसी जगह बने कि पीढ़ी दर पीढ़ी विवाद का कारण न बने।
उन्होंने स्पष्ट किया कि अयोध्या विवाद के समाधान के लिए गठित मध्यस्थता पैनल की भूमिका पक्षकारों का पक्ष जानकर सुप्रीम कोर्ट को राय देने तक है, फैसला तो कोर्ट को ही देना है। इस बीच विहिप उपाध्यक्ष ने राममंदिर पर दावेदारी को लेकर सफाई भी दी। कहा, राममंदिर बनने पर विहिप की ओर से कोई पुजारी नहीं होगा, न ही मंदिर की भूमि पर उसका कोई दावा होगा। उस जमीन के मालिक तो भगवान राम ही होंगे और विहिप की भूमिका सिर्फ मंदिर की लड़ाई लड़ने तक है।
इससे पूर्व संतों के उद्बोधन से राममंदिर निर्माण के प्रति उनकी बेसब्री झलकी। तय हुआ कि संत प्रधानमंत्री से भेंटकर उन्हें अपनी भावनाओं से अवगत कराएंगे। भाजपा के सह मीडिया प्रभारी आकाशमणि ने कहा कि मंदिर निर्माण की भावना से प्रधानमंत्री और पूरी भाजपा अभिसिंचित है और अब यह फलीभूत होने को है। अध्यक्षता रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपालदास ने की। बैठक सोमवार देर शाम तक चली। इस मौके पर महंत सत्येंद्र दास, आचार्य वरुण दास, अंतर्राष्ट्रीय संगठनमंत्री दिनेशचंद्र, केंद्रीय सलाहकार पुरुषोत्तम नारायण सिंह, रामलला के सखा त्रिलोकीनाथ पांडेय, विहिप प्रवक्ता शरद शर्मा, चरनजीत सिंह आदि मौजूद रहे।
15 जून को संत भरेंगे हुंकार: रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष मणिरामदास जी की छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास के सात दिवसीय जन्मोत्सव समारोह के समापन अवसर पर 15 जून को संत मंदिर निर्माण के लिए हुंकार भरेंगे। इससे पहले सोमवार को संतों की बैठक के दौरान महंत नृत्य गोपाल दास ने भरोसा जताया कि इस सरकार में राममंदिर का निर्माण सुनिश्चित होगा।