साभार: जागरण समाचार
इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी के दौरान पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों की बेहद नापाक हरकत सामने आई है। अधिकारियों ने जांच के नाम पर कई सम्मानित मेहमानों
से बदसुलूकी की। यहां तक कि कई मेहमानों को कार्यक्रम में शामिल ही नहीं होने दिया गया। उच्चायोग ने इस घटना को द्विपक्षीय संबंधों के लिए घातक बताते हुए विरोध दर्ज कराया है और तत्काल जांच की मांग की है।
पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने शनिवार को सेरेना होटल में सालाना इफ्तार पार्टी का आयोजन किया था। इसके लिए पूरे पाकिस्तान से मेहमान आमंत्रित किए गए थे। भारतीय उच्चायोग ने बताया कि यहां मेहमानों को सुरक्षाकर्मियों के हाथों अपमानजनक स्थिति का सामना करना पड़ा। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने होटल को लगभग बंधक बना लिया था। दूर-दूर से यहां पहुंचे कई मेहमानों को अंदर प्रवेश ही नहीं करने दिया गया। होटल के बाहर मुख्य सड़क पर डेरा जमाए सुरक्षाकर्मियों ने जांच को लेकर सवाल करने वाले भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों व राजनयिकों से भी बदसुलूकी की और उन्हें धमकाया। कुछ अधिकारियों को धकेलने, गालियां देने और उनके फोन छीनने की बात भी सामने आई है। यहां तक कि बतौर मेहमान शामिल होने पहुंचे कई पाकिस्तानी राजनयिकों के साथ भी ऐसा व्यवहार किया गया। उच्चायोग के मुताबिक, 300 से ज्यादा सांसदों, सरकारी अधिकारियों, मीडिया के प्रतिनिधियों, सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारियों, कारोबारियों और सेवानिवृत्त राजनयिकों को कार्यक्रम में नहीं शामिल होने दिया गया।
मेहमानों को हुई असुविधा के लिए भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया ने माफी भी मांगी। उन्होंने कहा, ‘मैं माफी चाहता हूं कि आप सबको यहां आने में तकलीफ का सामना करना पड़ा। हमारे कई मित्र कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके।’ इफ्तार पार्टी में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को भी आमंत्रित किया गया था। हालांकि वे कार्यक्रम में नहीं पहुंचे।