Sunday, June 2, 2019

अहम निर्णय: जर्जर हाल स्कूलों की हालत में होगा सुधार

साभार: जागरण समाचार  
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा हरियाणा के सरकारी स्कूलों की खामियां उजागर करने के बाद सरकार अब बड़ा कदम उठाने जा रही है। प्रदेश सरकार ने राज्य के तमाम जर्जर हाल स्कूलों की मरम्मत कराने
का अहम निर्णय लिया है। 1 जुलाई से आरंभ होने वाले शिक्षा सत्र में प्रदेश के सभी स्कूलों की खस्ताहाल बिल्डिंग ठीक कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
प्रदेश के तमाम जिलों में सरकारी स्कूलों के कमरों की हालत खराब है। किसी स्कूल का पूरा भवन गिरने की स्थिति में है तो कई स्कूल ऐसे हैं, जिनके कमरों की कड़ियां और लेंटर किसी भी समय गिर सकते हैं। सबसे खराब स्थिति पलवल, नूंह, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र, अंबाला और यमुनानगर जिलों की है। राज्य में बरसात का सीजन शुरू होने वाला है। स्कूलों में जलभराव भी एक बड़ी समस्या है। साथ ही चहारदीवारी के अभाव में स्कूलों में पशुओं का कब्जा रहता है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा सरकार के स्कूलों तथा अस्पतालों पर सवाल उठाए थे। केजरीवाल ने हरियाणा के मुख्यमंत्री को चुनौती दी थी कि वे दिल्ली के दो अस्पताल और दो स्कूल चुनकर उनका दौरा करने आएं और मैं हरियाणा के चार स्कूल-अस्पतालों का अपनी मर्जी से दौरा करूंगा। केजरीवाल ने हालांकि हरियाणा का दौरा जारी रखा, लेकिन मनोहर लाल दिल्ली के स्कूल अस्पताल देखने नहीं गए। शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा ने जरूर केजरीवाल पर जुबानी हमला बोला था।
शिक्षा निदेशालय की एक सर्वे रिपोर्ट के आधार पर अब शिक्षा विभाग ने राज्य के तमाम जर्जर हाल स्कूलों की हालत में सुधार का बीड़ा उठाया है। इसके लिए स्पेशल बजट की मंजूरी ली जाएगी। शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि वे अपने जिलों में उन स्कूलों की डिटेल दें, जिनकी बिल्डिंग अथवा कमरे खस्ताहाल हैं तथा मरम्मत की जरूरत है। इस रिपोर्ट का पूरा डाटा आने के बाद राज्य में इसी शिक्षा सत्र में जर्जर स्कूलों की हालत में सुधार का अभियान शुरू होगा।
बच्चों को अच्छा माहौल उपलब्ध कराना हमारी जिम्मेदारी: हरियाणा के शिक्षा मंदिरों में अध्यापक, कर्मचारी और अधिकारी पूरी मेहनत कर रहे हैं। इसी का नतीजा है कि अच्छे रिजल्ट आने शुरू हो गए। बच्चों को अच्छा माहौल और वातावरण उपलब्ध कराने के लिए हमने इसी शिक्षा सत्र में उन तमाम बिल्डिंग और कमरों की मरम्मत कराने का निर्णय लिया है, जो जर्जर हालत में हैं। यह काम इसी शिक्षा सत्र में पूरा कर लिया जाएगा। हमारे विरोधी यह भी आरोप लगा रहे कि हम स्कूल बंद कर रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि जिन स्कूलों में कम बच्चे हैं, उन्हें रेशनेलाइजेशन की पालिसी अपनाकर पास के दूसरे स्कूलों में एडजेस्ट किया जा रहा है, ताकि खर्च कम आए और कम संख्या वाले स्कूलों के बच्चों को अपने सहयोगी अन्य बच्चों का पूरा साथ मिल सके। सुरजेवाला दिल्ली की राजनीति करते हैं। वे अब तक 906 स्कूल बंद करने का आरोप लगा रहे, जबकि हरियाणा सरकार ने एक भी स्कूल बंद नहीं किया, बल्कि रेशनेलाइजेशन कर बच्चों को एडजेस्ट किया है। - प्रो. रामबिलास शर्मा, शिक्षा मंत्री, हरियाणा