Sunday, June 2, 2019

सोनिया गांधी चौथी बार चुनी गईं कांग्रेस संसदीय दल की नेता

साभार: जागरण समाचार  
कांग्रेस ने संसदीय दल की नेता के लिए एक बार फिर सोनिया गांधी पर भरोसा जताया है। लोकसभा और राज्यसभा सांसदों की बैठक में सोनिया गांधी को सर्वसम्मति से संसदीय दल का नेता चुना गया। सोनिया के
नेता चुने जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि भले ही लोकसभा में कांग्रेस के 52 सांसद हैं मगर भाजपा से इंच-इंच की लड़ाई लड़ने के लिए ये ही काफी हैं। सोनिया गांधी ने रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने की बात कहते हुए कहा कि आर्थिक सुधारों के साथ सभी प्रगतिशील और समावेशी नीतियों पर सरकार का कांग्रेस समर्थन करेगी। मगर विभाजनकारी कदमों का पुरजोर विरोध करेगी।
संसद के सेंट्रल हॉल में शनिवार सुबह हुई कांग्रेस संसदीय दल की बैठक में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने सोनिया गांधी का नाम नेता के लिए प्रस्तावित किया। केरल के लोकसभा सांसद के. सुधाकरण और तमिलनाडु की सांसद ज्योतिमणि एस. ने प्रस्ताव का अनुमोदन किया। पार्टी के सभी 52 लोकसभा और राज्यसभा सांसदों ने हाथ उठाकर एक सुर से सोनिया को नेता चुने जाने पर मुहर लगा दी। साथ ही कांग्रेस संसदीय दल का नेता चुनने के लिए सोनिया गांधी को अधिकृत कर दिया गया। वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर सोनिया लोकसभा में पार्टी के नेता का नाम जल्द तय कर देंगी। नेता चुने जाने के बाद पहले सोनिया ने और फिर राहुल ने सांसदों को संबोधित किया। सोनिया ने कांग्रेस को वोट देने वाले सभी 12.3 करोड़ मतदाताओं को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह वोट संविधान की रक्षा, प्रगति और सामाजिक न्याय के साथ स्वतंत्रता के लिए है। रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाने के कांग्रेस के इरादे जाहिर करते हुए सोनिया ने यह भी कहा कि अब राज्यसभा में हमारा संख्या बल चुनौती पर है। इसीलिए समान विचारधारा वाले दलों के साथ समन्वय कर संसद में ऐसे मुद्दे उठाए जाने चाहिए जिनसे जनता का जुड़ाव हो। विपक्ष की सजग भूमिका में कांग्रेस कोई कोताही नहीं करेगी।
राहुल की सराहना: सोनिया ने इस दौरान कांग्रेस के चुनाव अभियान में राहुल गांधी के दिन रात की मेहनत और उनके नेतृत्व की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के खिलाफ आमने-सामने की लड़ाई में उतरकर राहुल ने अपने निर्भीक नेतृत्व को दर्शाया है। राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में कांग्रेस को फिर से जीवंत बनाया है और देश के हर कोने से आ रहे भावनात्मक संदेश उनके नेतृत्व क्षमता को साबित करते हैं।