साभार: जागरण समाचार
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और पूर्व कप्तान इमरान खान ने मैच से पहले अपनी टीम को अपना 100 प्रतिशत देने, आखिरी गेंद तक लड़ने और हार का डर निकाल देने का संदेश दिया था। खुद इमरान ही नहीं पूरे विश्व को
यह अंदाजा नहीं था कि पाकिस्तान की टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ इस तरह का प्रदर्शन करेगी। पाकिस्तान की टीम विश्व कप के अपने पहले ही मुकाबले में शुक्रवार को 21.4 ओवर में ही 105 रनों पर ढेर हो गई। वेस्टइंडीज ने 13.4 ओवर में तीन विकेट पर 108 रन बनाकर यह मुकाबला सात विकेट से जीत लिया। इस तरह दो वर्ष पहले इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने वाली पाकिस्तान की टीम वनडे रैंकिंग में आठवें नंबर की टीम से ना सिर्फ हारी, बल्कि आगे होने वाले अपने आठ मुकाबलों के लिए विरोधी टीमों को अपनी कमजोरी भी बता गई, साथ ही आत्मविश्वास भी खो बैठी।
नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज मैदान पर पाकिस्तानी बल्लेबाजों की शार्ट गेंदों के सामने कमजोरी जगजाहिर हो गई और टीम 22 ओवर भी नहीं खेल पाई। इतना ही नहीं, वनडे इतिहास में सबसे ज्यादा लगातार हार का रिकॉर्ड भी बना बैठी। यह पाकिस्तान की लगातार 11वीं हार है। उसने अपने ही 10 मैचों की हार के रिकॉर्ड को तोड़ा, जो 1987 से 1988 के बीच बनाया था। यह विश्व कप में पाकिस्तान का दूसरा न्यूनतम स्कोर भी है।
पाकिस्तानी बल्लेबाजी की पोल खुली: टॉस जीतकर वेस्टइंडीज ने पाकिस्तान को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया। वेस्टइंडीज की टीम एक रणनीति के तहत मैदान पर उतरी थी। यह रणनीति थी शॉर्ट गेंद करने की। वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाजों शेल्डन कॉटरेल, कप्तान जेसन होल्डर, आंद्रे रसेल और ओशाने थॉमस ने पाकिस्तानी बल्लेबाजों को लगातार शॉर्ट गेंद की।
पाकिस्तान को पहला झटका जमैका आर्मी के सैनिक कॉटरेल ने इमाम उल हक (02) का विकेट दिलाकर दिया। इसके बाद कॉटरेल ने सैनिक के तौर पर सलामी देते हुए जश्न भी मनाया। इसके बाद रसेल ने भी शॉर्ट गेंद पर फखर जमां (22) को चलता कर दिया। रसेल के बाद थॉमस ने बाबर आजम (22) को आउट कर बड़ा झटका दिया। आजम के बाद हैरिस सोहेल (08) छोटी गेंद पर आउट हुए। उन्हें रसेल ने पवेलियन भेजा। कप्तान सरफराज अहमद (08) के ग्लब्स से लगकर गेंद विकेटकीपर शाई होप के दस्तानों में पहुंची थी, लेकिन अंपायर ने इसे आउट नहीं दिया। कप्तान होल्डर ने रिव्यू लिया तो अहमद को भी जाना पड़ा। इसके बाद इमाद वसीम (01) को होल्डर ने और शादाब खान (00) को थॉमस ने पवेलियन भेजा। अंत में वहाब रियाज (18) ने दो छक्के और एक चौका लगाकर किसी तरह टीम का स्कोर 100 रनों के पार पहुंचाया।
क्रिस गेल का विस्फोट: 106 रनों के मामूली से लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज को अनुभवी बल्लेबाज क्रिस गेल (50) ने दमदार शुरुआत दिलाई। यह उनका वनडे क्रिकेट में लगातार छठा अर्धशतक था। वेस्टइंडीज को पहला झटका तेज गेंदबाज मुहम्मद आमिर ने होप (11) को आउट करके दिया, लेकिन इसके बाद गेल ने पहले हसन अली और बाद में वहाब रियाज को निशाना बनाते हुए खूब रन बटोरे। गेल को आमिर ने ही पवेलियन भेजा। उन्होंने 34 गेंद में छह चौके और तीन छक्कों की मदद से 50 रन बनाए। इसके बाद निकोलस पूरन (नाबाद 34) और शिमरोन हेटमायर (नाबाद 07) ने वेस्टइंडीज को आसान जीत दिला दी। संयोग से 1992 विश्व कप में भी पाकिस्तानी टीम को पहले मैच में वेस्टइंडीज ने ही 10 विकेट से शिकस्त दी थी और तब पाकिस्तान ने खिताब जीता था।
थॉमस का स्वप्निल पदार्पण: थॉमस का यह विश्व कप में पहला मैच था और उनका पदार्पण स्वप्निल साबित हुआ। थॉमस ने आजम, मुहम्मद हफीज (16), शादाब और वहाब के विकेट निकाले। थॉमस ने 5.4 ओवर में 27 रन देकर चार विकेट लिए और उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। थॉमस के अलावा होल्डर ने तीन और रसेल ने दो विकेट लिए। पाकिस्तान के बल्लेबाजों की शॉर्ट गेंद पर कमजोरी खुलकर सामने आई। ऐसे में पाकिस्तान को अब अपने अगले आठ मुकाबलों में इस कमजोरी से पार पाना होगा, क्योंकि विश्व कप में अन्य टीम पाकिस्तान की इस कमजोरी से पूरी तरह से वाकिफ हो गई हैं।