साभार: जागरण समाचार
अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ बुरी तरह मात खाने के बाद श्रीलंका को विश्व कप के अपने अगले मैच में मंगलवार को छुपे रुस्तम अफगानिस्तान से भिड़ना है। दोनों टीमें यहां सोफिया गार्डेस स्टेडियम में मुकाबला
खेलेंगी। दोनों टीमों का यह दूसरा मैच है। श्रीलंका को जहां न्यूजीलैंड ने रौंदा था तो वहीं अफगानिस्तान को ऑस्ट्रेलिया ने पटका था।
श्रीलंका कीवी टीम के सामने नतमस्तक हो गई थी और सिर्फ 136 रनों पर सिमट गई थी, वहीं अफगानिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खराब शुरुआत के बाद भी बल्लेबाजी में कड़ी प्रतिस्पर्धा दिखाई थी और 200 के पार जाने में सफल रही थी। इन दोनों की तुलना की जाए तो अफगानिस्तान की टीम इस समय बेहतर स्थिति में है, क्योंकि उसके अंदर जीतने के लिए वो जुनून और प्रतिद्वंद्विता है, जिसकी दरकार होती है। वहीं, श्रीलंका हताशा से भरी नजर आ रही है।
श्रीलंका को निश्चित तौर पर जीतने के लिए अपनी मानसिकता में बड़े बदलाव की जरूरत है। अफगानिस्तान की ताकत उसकी गेंदबाजी है। राशिद खान, मुजीब उर रहमान और मुहम्मद नबी की स्पिन तिकड़ी किसी भी बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त करने का दम रखती है। तेज गेंदबाजी में कप्तान गुलबदीन नायब, दौलत जादरान, हामिद हसन हैं, जो अच्छी लय में हैं। वहीं, श्रीलंका की गेंदबाजी भी कमजोर है। सबसे अनुभवी लसित मलिंगा उस फॉर्म में नहीं दिख रहे हैं जिसके लिए वह जाने जाते हैं। तिसारा परेरा, नुवान प्रदीप भी प्रभाव नहीं छोड़ पा रहे हैं। अफगानिस्तान बेशक पहला मैच हार गई है, लेकिन उसने जो प्रतिद्वंद्विता दिखाई थी उससे उसका आत्मविश्वास जरूर बढ़ा होगा। बल्लेबाजी में पिछले मैच में नजीबुल्लाह जादरान, रहमत शाह ने बल्ले से अच्छा किया था। नायब ने भी संघर्षपूर्ण पारी खेली थी। उसके लिए चिंता की बात सलामी बल्लेबाजी होगी, क्योंकि पहले मैच में मुहम्मद शहजाद और हजरतउल्लाह जाजई खाता भी नहीं खोल पाए थे।