साभार: जागरण समाचार
लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी प्रदेशाध्यक्षों में लगी इस्तीफे देने की होड़ के बीच हरियाणा कांग्रेस के प्रधान डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि वह खुद इस्तीफा नहीं देंगे। हालांकि अगर पार्टी
हाईकमान कहे तो वह तुरंत पद छोड़ देंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि यह आरोप-प्रत्यारोप की बजाय चुनाव नतीजों से सबक लेकर आगे बढ़ने का समय है।
चंडीगढ़ स्थित पार्टी मुख्यालय में शुक्रवार को पत्रकारों से रू-ब-रू तंवर ने दूसरे गुटों के किसी भी नेता का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ नेता पिछले पांच साल से उनका इस्तीफा मांग रहे हैं। उनके इस्तीफा मांगने से कुछ नहीं होता। जब तक हाईकमान चाहेगा, वह अध्यक्ष बने रहेंगे। कांग्रेस प्रत्याशियों द्वारा हार के लिए संगठन की कमी को जिम्मेदार ठहराए जाने पर उन्होंने कहा कि हार-जीत के लिए सामूहिक जिम्मेदारी होती है। चुनाव परिणाम के बाद कुछ लोग अपनी गलतियों को उन पर या संगठन पर थोप रहे हैं। तंवर ने कहा कि चुनाव परिणाम के बाद बूथ स्तर पर कांग्रेस को मिले वोटों का आकलन किया जा रहा है। इसके साथ ही फीडबैक बैठकों का दौर शुरू हो चुका है। इन बैठकों में से निकली रिपोर्ट को हाईकमान के पास भेजा जाएगा। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि चुनाव में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पूरी मेहनत की है। उन्होंने माना कि ब्लाक व जिला स्तर पर संगठन का अभाव हो सकता है लेकिन प्रदेश में प्रकोष्ठों, सहयोगी संगठनों द्वारा नियमित रूप से काम किया जा रहा है। इस चुनाव में सोशल मीडिया, मीडिया, महिला प्रकोष्ठ व युवा प्रकोष्ठ समेत अन्य विंगों के करीब दस हजार कार्यकर्ताओं ने पूरी मेहनत व ईमानदारी के साथ काम किया है।