साभार: जागरण समाचार
चार साल पहले उप विजेता रही न्यूजीलैंड की टीम विश्व कप में अपने अभियान का आगाज खराब फॉर्म से जूझ रही श्रीलंका के खिलाफ शनिवार को कार्डिफ में करेगी। छह बार सेमीफाइनल में हारने के बाद न्यूजीलैंड 2015
में विश्व कप फाइनल में पहुंचा, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने उसका खिताब जीतने का सपना तोड़ दिया। उसके बाद ब्रेंडन मैकुलम की जगह केन विलियमसन कप्तान बनाए गए, लेकिन 2015 की टीम में ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है। पिछले विश्व कप के बाद से न्यूजीलैंड विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंचा, लेकिन दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और भारत ने उसे उसकी धरती पर हराया। न्यूजीलैंड के पूर्व तेज गेंदबाज जेम्स फ्रेंकलिन को यकीन है कि कीवी टीम पहली बार विश्व कप जीत सकती है। उन्होंने कहा, ‘न्यूजीलैंड के बारे में कोई बहुत ज्यादा बात नहीं कर रहा है, जो अच्छा है। हम अंडरडॉग साबित हो सकते हैं। मुङो यकीन है कि यह टीम विश्व कप जीत सकती है।’ रॉस टेलर शानदार फॉर्म में हैं और पिछले साल 90 से अधिक की औसत से रन बनाए। वहीं, विलियमसन और मार्टिन गुप्टिल भी खतरनाक बल्लेबाज हैं। ट्रेंट बोल्ट, कोलिन डि ग्रैंडहोम और टिम साउथी पर तेज गेंदबाजी का दारोमदार रहेगा, जबकि स्पिन आक्रमण की जिम्मेदारी ईश सोढ़ी और मिशेल सेंटनर पर रहेगी।
न्यूजीलैंड टीम का पलड़ा 1996 की चैंपियन, लेकिन वनडे रैंकिंग में नौवें स्थान पर खिसक चुकी श्रीलंका पर भारी लग रहा है। नए कप्तान दिमुथ करुणारत्ने चार साल बाद वनडे में लौटे हैं और पिछले नौ में से आठ वनडे हार चुकी टीम की जिम्मेदारी उन पर है। पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने ने कहा, ‘श्रीलंका विश्व कप में हमेशा अच्छा प्रदर्शन करता है। टीम में कुछ बदलाव हैं। कप्तान ने खुद काफी समय से वनडे क्रिकेट नहीं खेला है, लेकिन वह अच्छे खिलाड़ी हैं।’