साभार: जागरण समाचार
यहां वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ के आवास के बाहर राफेल विमान का मॉडल लगाया गया है। धनोआ के आवास का नंबर 23 है जो 24, अकबर रोड पर स्थित कांग्रेस मुख्यालय के ठीक सामने है। इससे पूर्व वायुसेना
प्रमुख के इस घर के बाहर सुखोई विमान का मॉडल लगा था, जो कुछ माह पहले ही हटाया गया।
बता दें कि पहला राफेल लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना को इस वर्ष सितंबर माह में सौंपा जाएगा। भारतीय वातावरण में इसका 1500 घंटे का फ्लाइंग टेस्ट किया जाएगा। इसके बाद चार विमानों का राफेल का बेड़ा अगले वर्ष मई 2020 में अंबाला पहुंचेगा। वायुसेना प्रमुख ने इस विमान को भारतीय वायुसेना के लिए गेम चेंजर बताया है। उन्होंने इस माह की शुरुआत में ब¨ठडा में बताया था कि ‘भारतीय वायुसेना को राफेल के दो स्क्वॉड्रन मिलेंगे। राफेल की विशेषता यह है कि इसके आने के बाद कोई भी देश भारत की आकाश सीमा का उल्लंघन करने की हिमाकत नहीं कर सकेगा। यह भारत के लिए विशेष उपलब्धि वाला साबित होगा। इसके मिलने के बाद पड़ोसी देश के साथ एक बार फिर संतुलन की स्थिति बहाल हो जाएगी।’ देश की तात्कालिक जरूरतों के लिए भारत सरकार ने सितंबर 2016 में फ्रांस के साथ 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद का समझौता किया था। राफेल हाल के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की ओर से बड़ा मुद्दा था। राहुल गांधी ने चुनाव प्रचार के दौरान राफेल की खरीद पर मोदी सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।