साभार: जागरण समाचार
लोकसभा चुनावों में खराब प्रदर्शन के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने गठबंधन से किनारा कर अपनी राह चलने का फैसला किया है। चुनाव में खराब प्रदर्शन का ठीकरा समाजवादी पार्टी (सपा) के सिर
फोड़ते हुए बसपा प्रमुख ने फिलहाल उसका साथ छोड़ने का एलान कर दिया। अपनी पार्टी के पदाधिकारियों और निर्वाचित प्रतिनिधियों के साथ चुनाव समीक्षा करने के बाद मंगलवार को मायावती ने यहां कहा कि बसपा उत्तर प्रदेश की 11 सीटों पर उपचुनाव अकेले लड़ेगी। बसपा ने अपने राजनीतिक इतिहास में पहली बार उपचुनाव में प्रत्याशी उतारने की घोषणा की है। वहीं, गाजीपुर में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अगर रास्ते अलग-अलग हैं तो उसका भी स्वागत है। उनकी पार्टी भी उपचुनाव अकेले ही लड़ेगी।
मायावती ने सपा प्रमुख अखिलेश को नसीहतें देने के अंदाज में कहा, ‘अगर वह (अखिलेश) राजनीतिक कार्यो के साथ अपने कार्यकर्ताओं को बसपा की तर्ज पर मिशनरी मोड में लाकर एकजुट करेंगे तो भविष्य में हम उनके साथ हो सकते हैं।’ गठबंधन को राजनीतिक मजबूरी करार देते हुए मायावती ने कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में काफी सोच विचार कर सपा से गठबंधन किया था। जनहित में सारे गिले शिकवे खत्म किए, फिर भी चुनाव नतीजे जन आकांक्षाओं के अनुरूप नहीं आए। ध्यान रहे कि उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में से बसपा 38, सपा 37 और रालोद तीन सीटों पर चुनाव लड़े थे। इसमें बसपा को 10 और सपा को सिर्फ पांच सीटों पर जीत मिल पाई। जबकि रालोद का खाता भी नहीं खुला था।
न जाने क्यों सपा से नाराज हैं यादव: राजनीतिक विवशताओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। जब सपा को ही यादवों का वोट नहीं मिला तो बसपा को उनका (यादव) वोट कैसे मिला होगा? मायावती ने नाराजगी के अंदाज में कहा कि बसपा को सपा का आधार वोट बैंक (यादव) नहीं मिला। और तो और सपा के मजबूत दावेदार भी चुनाव हार गए। यादव मतदाता तो सपा उम्मीदवारों के साथ भी खड़े नहीं रहे। हैरानी के अंदाज में उन्होंने कहा कि न जाने किस बात से नाराज होकर उन्होंने (यादव) भितरघात किया।
अखिलेश-डिंपल ने दिया बहुत सम्मान: गठबंधन के बिखरने की वजह बताने के बाद मायावती ने सपा प्रमुख अखिलेश और डिंपल यादव के प्रति सहानुभूति भी दिखाई। उन्होंने कहा कि गठबंधन के बाद दोनों ने मुङो बहुत सम्मान दिया।
अखिलेश बोले, गठबंधन पर सोच समझकर विचार करूंगा: गाजीपुर में अखिलेश यादव ने कहा कि गठबंधन के बारे में वह सोच समझकर विचार करेंगे। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उपचुनाव के लिए तो गठबंधन हुआ ही नहीं है। सपा को यादव मतदाताओं के वोट नहीं मिलने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि यह आप लोगों को अच्छे तरीके से पता होगा।