साभार: भास्कर समाचार
'भारतीयवायुसेना युद्ध के दो मोर्चों पर लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। हम केवल पाक के परमाणु ठिकाने ढूंढकर तबाह करने में सक्षम हैं, बल्कि चीन की चुनौती का भी सामना कर सकते हैं।' वायुसेना प्रमुख बीएस
धनोआ ने गुरुवार को यह बात कही। वायुसेना दिवस की पूर्व संध्या पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में एयर चीफ मार्शल धनोआ ने कहा कि हम आपात स्थिति में कम से कम समय में पूरी क्षमता के साथ युद्ध करने में सक्षम हैं। पूरी क्षमता से लड़ाई के लिए 42 फाइटर स्क्वाड्रन की जरूरत है। पर ऐसा नहीं है कि इतनी ताकत के बिना हम दो मोर्चों पर लड़ नहीं सकते। साल 2032 तक वायुसेना 42 फाइटर स्क्वाड्रन की स्वीकृत क्षमता हासिल कर लेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार आदेश दे तो वायुसेना सर्जिकल स्ट्राइक सहित कोई भी ऑपरेशन अंजाम दे सकती है। उन्होंने बताया कि चुम्बी वैली में चीन की फौज मौजूद है। डोकलाम इसी का हिस्सा है। उन्होंने उम्मीद जताई कि समर एक्सरसाइज के बाद चीनी सेना वहां से हट जाएगी।