साभार: भास्कर समाचार
देशद्रोह और हिंसा भड़काने की आरोपी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की 'मुंहबोली बेटी' हनीप्रीत एवं उसकी सहयोगी सुखदीप कौर को कोर्ट ने बुधवार को 6 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। सुनवाई के
दौरान हनीप्रीत भावुक हो गई और खुद को निर्दोष बताते हुए हाथ जोड़कर रोने लगी। कहा, 'मैं बेकसूर हूं। मुझे फंसाया गया है।' हनीप्रीत के वकील ने कहा, '25 अगस्त को जब हनीप्रीत का नंबर बंद था तो वह साजिशकर्ता कैसे?' जवाब में पुलिस की ओर से पेश वकील ने कहा, 'हनीप्रीत निर्दोष नहीं, बल्कि पंचकूला और अन्य जगहों पर दंगा भड़काने के लिए सिरसा में हुई मीटिंग इसी ने ली थी। 17 अगस्त को हुई इस मीटिंग में डेरे की 45 मेंबरी कमेटी ने तय किया कि अगर 25 अगस्त को कोर्ट का फैसला डेरामुखी के खिलाफ आया तो कहां-कहां और कैसे हिंसा भड़कानी है। मीटिंग में सभी लोगों की ड्यूटी फिक्स कर दी गई थी। बाद में उन्हीं लोगों ने दंगा भड़काया या भड़काने की कोशिश की।' पुलिस ने कोर्ट में ये भी कहा कि 38 दिन से फरार हनीप्रीत 15 जगहों पर रुकी, जिसमें कई लोगों ने मदद की, इसलिए उन सभी लोगों तक पहुंचने के लिए 14 दिन का रिमांड चाहिए। लेकिन कोर्ट ने हनीप्रीत से पूछताछ के लिए 6 दिन का समय दिया।
कोर्ट में कहा- वुमन एम्पॉवरमेंट की बात होती है, बेगुनाह भेजी जा रही रिमांड पर: हनीप्रीत के वकीलों ने बताया कि कोर्ट रूम में हनीप्रीत ने रोते हुए कहा, 'मैं डेरा की सच्ची फॉलोअर हूं और हमेशा इंसानियत से जुड़े काम किए हैं। एक तरफ वुमन एम्पॉवरमेंट की बात की जाती है और दूसरी ओर बेगुनाह औरत को पुलिस रिमांड पर भेजा जा रहा है। मुझे फंसाया जा रहा है।' उधर, पुलिस ने कहा कि उन्हें हनीप्रीत का मोबाइल फोन चाहिए। पंचकूला में हिंसा और 38 दिनों तक फरारी के दौरान उसने इसका इस्तेमाल किया था।
अब एसआईटी उन स्थानों पर ले जाएगी, जहां हनीप्रीत छिपी रही: हरियाणा पुलिस की एसआईटी हनीप्रीत को अब उन स्थानों पर लेकर जाएगी जहां-जहां वह छिपी थी। पूछताछ में पता चला है कि 4 दिन से हनीप्रीत की गाड़ी बठिंडा की सुखदीप चला रही थी और पंचकूला के 15 किलोमीटर के दायरे में तीन जगहों पर उसके साथ ही रुकी थी। हनीप्रीत ने 38 दिन में 15 इंटरनेशनल मोबाइल नंबर्स का इस्तेमाल किया। इसके अलावा सिरसा और राजस्थान की आईडी वाले कई नंबरों के जरिए भी 30 के करीब लोगों से संपर्क साधा। पुलिस अब उनका पता लगाएगी।
डमी हनीप्रीत से पहले असली पहुंच गई: मीडिया से बचाने को पुलिस ने एक डमी हनीप्रीत तैयार की। जिसमें हनीप्रीत और सुखदीप दोनों को दिखाने के लिए एक गाड़ी में दो महिला पुलिसकर्मियों को सूट पहनाकर बिठाया गया। लेकिन मजे की बात ये कि ये डमी हनीप्रीत और सुखदीप कोर्ट देरी से पहुंची, जबकि इनसे पहले असली हनीप्रीत और सुखदीप को पुलिस की टीम अंदर ले गई।
रात 3 बजे पूछताछ के दौरान बोली- सीने में दर्द है, डॉक्टर ने ठीक-ठाक बताया: पुलिस बुधवार तड़के तीन बजे तक हनीप्रीत से पूछताछ करती रही। करीब 9 घंटे की पूछताछ में पुलिस ने बहुत से सवालों के जवाब जानने चाहे, पर कुछ हासिल नहीं कर पाई। इस दौरान हनीप्रीत ने सीने में दर्द की शिकायत की, जिस पर तत्काल उसे डॉक्टर को दिखाया गया। डाॅक्टर ने उसे ठीक-ठाक बताया। उसके बाद भी हनीप्रीत माइग्रेन की शिकायत करती रही। कहा-मुझे काफी समय से माइग्रेन है, रेगुलर चेकअप की जरूरत रहती है। इस पर पुलिस ने डॉक्टरों का एक पैनल भी तैयार कर लिया है।
डमी हनीप्रीत से पहले असली पहुंच गई: मीडिया से बचाने को पुलिस ने एक डमी हनीप्रीत तैयार की। जिसमें हनीप्रीत और सुखदीप दोनों को दिखाने के लिए एक गाड़ी में दो महिला पुलिसकर्मियों को सूट पहनाकर बिठाया गया। लेकिन मजे की बात ये कि ये डमी हनीप्रीत और सुखदीप कोर्ट देरी से पहुंची, जबकि इनसे पहले असली हनीप्रीत और सुखदीप को पुलिस की टीम अंदर ले गई।
रात 3 बजे पूछताछ के दौरान बोली- सीने में दर्द है, डॉक्टर ने ठीक-ठाक बताया: पुलिस बुधवार तड़के तीन बजे तक हनीप्रीत से पूछताछ करती रही। करीब 9 घंटे की पूछताछ में पुलिस ने बहुत से सवालों के जवाब जानने चाहे, पर कुछ हासिल नहीं कर पाई। इस दौरान हनीप्रीत ने सीने में दर्द की शिकायत की, जिस पर तत्काल उसे डॉक्टर को दिखाया गया। डाॅक्टर ने उसे ठीक-ठाक बताया। उसके बाद भी हनीप्रीत माइग्रेन की शिकायत करती रही। कहा-मुझे काफी समय से माइग्रेन है, रेगुलर चेकअप की जरूरत रहती है। इस पर पुलिस ने डॉक्टरों का एक पैनल भी तैयार कर लिया है।