साभार: जागरण समाचार
देशद्रोह के मामले में फंसी डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की मुंह बोली बेटी हनीप्रीत और उसकी सहयोगी सुखदीप कौर को शुक्रवार शाम अंबाला सेंट्रल जेल लाया गया। सुखदीप कौर पर हनीप्रीत को शरण देने का
आरोप है। शाम करीब 6:14 बजे चार गाड़ियों के काफिले के बीच बंदियों वाली गाड़ी में हनीप्रीत को लाया गया। रात करीब सवा आठ बजे तक डॉक्टरों की टीम जेल के अंदर ही थी, जिसने हनीप्रीत का स्वास्थ्य जांचा। हनीप्रीत और सुखदीप कौर से पहले अंबाला सेंट्रल जेल में 45 महिला कैदी व बंदी रह रही थी। हनीप्रीत 46वीं और सुखदीप कौर 47वीं महिला बंदी बनी।
बता दें कि शुक्रवार को रिमांड अवधि खत्म होने के बाद हनीप्रीत को पंचकूला पंचकूला कोर्ट ने उसे 10 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजने का आदेश दिया था। कोर्ट के आदेश मिलने के बाद अंबाला जेल की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता कर दिया गया था। हनीप्रीत के आने से पहले ही तीन डॉक्टरों की टीम को सेंट्रल जेल में भेज दिया गया था। इनमें दो महिला डॉक्टर शामिल थे। सेंट्रल जेल की ओर जाने वाले सभी रास्तों को भी सील कर दिया गया।
कई घंटे फंसे रहे जमानत पर रिहा होने वाले: हनीप्रीत की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अधिकारियों की व्यस्तता के कारण जिन बंदियों को जमानत पर रिहाई मिली थी वह कई घंटे जेल में ही फंसे रहे। उनके परिजनों को भी करीब ढाई घंटे तक सेंट्रल जेल के बाहर अपनों के निकलने का इंतजार करना पड़ा। सोनीपत, रोहतक, अंबाला सहित कई जिलों के बंदियों के परिजन सेंट्रल जेल के बाहर अपनों के बाहर आने की प्रतीक्षा करते रहे। समाचार लिखे जाने तक जमानत पर रिहा होने वाले बंदी बाहर नहीं निकाले गए थे।