साभार: जागरण समाचार
साध्वियों के यौन शोषण में सीबीआइ अदालत द्वारा फैसला सुरक्षित रखने के बाद डेरामुखी गुरमीत राम रहीम ने आनन-फानन में सिरसा डेरे में चार डॉक्टरों से मेडिकल रिपोर्ट तैयार कराई थी। फिर फैसले के दिन हाई ब्लड
प्रेशर के बहाने रिपोर्ट अदालत में रखी और हनीप्रीत को हेलीकॉप्टर में अपने साथ ले जाने में कामयाब हो गया। बचाव पक्ष के वकीलों द्वारा सार्वजनिक की गई रिपोर्ट से साफ हो गया है कि हनीप्रीत चिकित्सा सहयोगी बनकर गुरमीत राम रहीम के साथ सुनारिया जेल गई थी। बता दें कि मामले में सीबीआइ कोर्ट ने 16 अगस्त को फैसला सुरक्षित रख लिया था। वकीलों के माध्यम से राम रहीम को संकेत मिल गए थे कि उसे सजा हो सकती है। इस कारण उसने 17 अगस्त को डेरा सच्चा सौदा में बैठक कर पूरी रणनीति तैयार की। अगले दिन 18 अगस्त को चार सीनियर डाक्टरों ने गुरमीत की मेडिकल रिपोर्ट तैयार कर दी। सूत्रों के अनुसार मैक्स अस्पताल नई दिल्ली के डॉक्टर समीर बहल, डाक्टर जे किडराणा, शाह सतनाम जी सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल सिरसा के डॉक्टर महेंद्र प्रताप और गौरव ने डेरामुखी को वर्ष 2007 से लेकर 2017 तक हुई बीमारियों का उल्लेख करते हुए यह रिपोर्ट बनाई।