साभार: जागरण समाचार
केंद्र और राज्यों में मिला कर महिलाओं के कल्याण के लिए करीब 350 योजनाएं चलाई जा रही हैं। लेकिन सभी को इन योजनाओं की जानकारी नहीं है। अब किसी भी सरकारी योजना के बारे में जानकारी प्राप्त करना और
उसका लाभ उठाना कठिन नहीं होगा। सरकार ‘नारी’ नाम से एक पोर्टल शुरू करने जा रही है जिस पर महिलाओं से जुड़ी योजनाओं की जानकारी और अपडेट उपलब्ध होगा। महिला बाल विकास मंत्री मेनका गांधी मंगलवार को इस पोर्टल का शुभारंभ करेंगी।
नारी नाम से शुरू होने वाले इस पोर्टल पर महिलाओं से संबंधित केंद्रीय और राज्य की सभी योजनाओं की जानकारी उपलब्ध होगी। अभी बहुत से लोगों को यह नहीं मालूम होगा कि परेशानी में फंसी महिला की मदद के लिए 168 जिलों में वन स्टाप सेंटर स्थित है।
परेशानी में फंसी या अपराध की शिकार हुई पीड़ित महिलाएं वहां जाकर चिकित्सा, कानूनी और सुरक्षा संबंधी मदद पा सकती हैं। इसी तरह बहुत से लोगों को नहीं मालूम होगा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में महिलाओं के नाम घर का पंजीकरण कराने में प्राथमिकता दी जाती है। राज्य सरकारें भी महिलाओं को शिक्षा व आर्थिक मदद देने के लिए योजनाएं चलाती हैं। लेकिन महिलाओं से जुड़े कानूनों से संबंधित जानकारियां बिखरी होने से लोगों को उनकी जानकारी नहीं होती।
अब इस नए पोर्टल में न सिर्फ सभी जानकारियां एक जगह उपलब्ध होंगी, बल्कि हर योजना का अपडेट भी होगा। इस पोर्टल पर संबंधित मंत्रलय व विभाग का लिंक मिलेगा साथ ही आसानी से आनलाइन आवेदन और मदद पाने की सुविधा भी होगी। सरकार का मानना है कि महिलाओं को योजनाओं की जानकारी होगी तो वे उसका लाभ उठा सकेंगी।
फरवरी के अंत तक पूरी तरह लागू होगी मातृत्व लाभ योजना: केंद्र सरकार मातृत्व लाभ कार्यक्रम तैयार करने में जुटी है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया देरी के कारण पिछड़ रहा यह कार्यक्रम फरवरी के अंत तक पूरी तरह लागू कर दिया जाएगा।
पिछले महीने देश के शीर्ष अर्थशास्त्रियों ने वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखा था। प्रधामंत्री मातृ वंदना योजना में होने वाली देरी का उल्लेख किया था। इस योजना में गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को पहले बच्चे के जन्म पर 6000 रुपये देने का वादा किया गया था। पिछले वर्ष प्रधानमंत्री ने नव वर्ष की पूर्व संध्या पर पूरे देश में मातृत्व लाभ कार्यक्रम का विस्तार करने की घोषणा की थी। यह कार्यक्रम पायलट आधार पर 53 जिलों में लागू है।
क्या होगा पोर्टल में: इस पोर्टल पर महिलाओं की जिंदगी प्रभावित करने वाले हर मुद्दे पर जानकारी होगी जैसे कि स्वास्थ्य जांच के टिप्स, गंभीर बीमारियों के बारे में जानकारी, नौकरी खोजने और साक्षात्कार के बारे में टिप्स, महिलाओं को निवेश और बचत के सुझाव। इसके अलावा महिलाओं के खिलाफ अपराध और उसे दर्ज कराने की प्रक्रिया के साथ ही कानूनी मदद उपलब्ध कराने वाले प्रकोष्ठ का संपर्क नंबर भी उपलब्ध होगा।
ई संवाद पोर्टल भी शुरू होगा: नारी पोर्टल के अलावा सरकार ई संवाद नाम का एक और पोर्टल शुरू करने जा रही है। इस पोर्टल के जरिये गैर सरकारी संगठन और सिविल सोसाइटी के लोग सरकार को सुझाव और फीडबैक दे सकेंगे। महिला एवं बाल विकास मंत्रलय के वरिष्ठ अधिकारी प्राप्त सुझावों को देख कर उचित प्रतिक्रिया देंगे। संवाद की इस प्रक्रिया से भविष्य में महिलाओं और बच्चों से संबंधित नीतियां तय करने में मदद मिलेगी।