साभार: जागरण समाचार
एक साथ तीन तलाक के खिलाफ विधेयक पर लोकसभा की मुहर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे मुस्लिम महिलाओं की जीत करार दिया है। साल के आखिरी ‘मन की बात’ में उन्होंने जहां बिना महरम यानी (पुरुष के
बगैर) हज जाने की अनुमति का उल्लेख किया वहीं एक दूसरे कार्यक्रम में कहा कि मुस्लिम महिलाओं ने एक साथ तीन तलाक से मुक्ति की आजादी हासिल की है। ध्यान रहे कि एक साथ तीन तलाक के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़ने वाली इशरत जहां भी एक दिन पहले ही भाजपा में शामिल हो गई हैं।
नए साल में प्रवेश से पहले पीएम के ‘मन की बात’ महिलाओं और युवाओं पर केंद्रित रही। उन्होंने मुस्लिम महिलाओं को महरम से आजादी का विस्तार से जिक्र करते हुए कहा कि इस प्रथा के चलते मुस्लिम महिलाओं को बिना किसी पुरुष के हज पर जाने की इजाजत नहीं थी। लेकिन, 70 साल बाद कानून में बदलाव किया गया। इससे अब अकेले भी महिलाएं समूह में हज पर जा सकती हैं।
उन्होंने भरोसा जताया कि युवाओं के उमंग, उत्साह, ऊर्जा और महिलाओं की प्रतिभा से देश का विकास होगा। इन युवाओं से ही हमारे ‘न्यू इंडिया’ का सपना पूरा होगा। यह जातिवाद, सांप्रदायिकता, आतंकवाद, भ्रष्टचार, गंदगी और गरीबी के जहर से मुक्त होगा। तभी सबके लिए समान अवसर पैदा होंगे और सभी की आकांक्षाएं पूरी होंगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी के भव्य और दिव्य भारत के लिए जनांदोलन खड़ा करना समय की मांग है। विकास का जनांदोलन, प्रगति का जनांदोलन, सामथ्र्यवान व शक्तिशाली भारत का जनांदोलन होना चाहिए।
- पीएम बोले, दिव्य और भव्य भारत के लिए जनांदोलन समय की मांग
- युवाओं के उमंग और महिलाओं की प्रतिभा से ही होगा देश का विकासदेश को स्वच्छ बनाने पर जोर
- दशकों से मुस्लिम महिलाओं के साथ अन्याय हो रहा था। उन्हें पुरुष के बगैर हज पर जाने की अनुमति नहीं थी। कई इस्लामिक देशों में भी यह नियम नहीं है। लेकिन, भारत में मुस्लिम महिलाओं को यह अधिकार नहीं था। मुङो खुशी है कि हमने सात दशक पुरानी इस पाबंदी को खत्म कर दिया है। - नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री