साभार: जागरण समाचार
हरियाणा के अतिथि अध्यापकों का मसला लोकसभा में गूंजने के बाद सरकार ने उनकी सुध ली है। हिसार के इनेलो सांसद दुष्यंत चौटाला ने अतिथि अध्यापकों के आंदोलन व मांग को लोकसभा में उठाया। हरियाणा के
शिक्षा मंत्री प्रो. रामबलिास के महेंद्रगढ़ आवास पर अतिथि अध्यापक कई दिनों से धरना दे रहे हैं। बृहस्पतिवार को शिक्षा मंत्री से हुई बातचीत के बाद धरना खत्म कर दिया गया है।
शिक्षा मंत्री ने अतिथि अध्यापकों को नौकरी पर बरकरार रखे जाने का भरोसा दिलाया तथा समान काम-समान वेतन के मामले में सकारात्मक कदम उठाने का आश्वासन दिया। राज्य के अतिथि अध्यापकों को आशंका है कि सरकार उन्हें नौकरी से हटाने की तैयारी कर रही है। अन्य कई मांगों को लेकर अतिथि अध्यापक पिछले कई दिनों से महेंद्रगढ़ स्थित प्रो. रामबिलास शर्मा के निवास पर धरना दे रहे थे।
उनके आंदोलन को प्रभावित करने के लिए पुलिस ने भी खासे प्रयास किए। हरियाणा के शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. केके खंडेलवाल ने मध्यस्थता करते हुए प्रतिनिधिमंडल की शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास से मुलाकात कराई। चंडीगढ़ स्थित सचिवालय में हुई मुलाकात के बाद प्रो. रामबिलास ने कहा कि प्रदेश सरकार अतिथि अध्यापकों से सहानुभूति रखते हुए उनके हित में फैसला लेगी। सरकार का प्रयास है कि कोई भी अतिथि अध्यापक नहीं हटे ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
अध्यापकों की मांग पर शिक्षा मंत्री ने समान काम, समान वेतन के मामले में सकारात्मक कदम उठाने का आश्वासन दिया, जिस पर इन अतिथि अध्यापकों ने अपना धरना व आंदोलन वापस लेने की बात कही। प्रतिनिधिमंडल में राजेदं्र कुमार, प्रेम डिगरोता, शशि, सुनीता देसवाल, शशिवाला और कृष्ण प्रमुख रूप से शामिल रहे।