साभार: भास्कर समाचार
इस्लामिक शिक्षण संस्थान दारुल उलूम देवबंद ने फतवा जारी कर कहा है कि बैंक की नौकरी से कमाए रुपए हराम हैं। बैंकों में नौकरी कर रहे लोगों से रिश्ता जोड़ने से बचें। यह फतवा एक व्यक्ति के सवाल पर जारी किया
गया। उसने पूछा था कि भारत से उसे शादी के ऐसे प्रस्ताव मिल रहे हैं, जिनके पिता बैंक में नौकरी करते हैं। बैंकिंग तंत्र ब्याज आधारित होता है, जो इस्लाम में हराम है। क्या ऐसे परिवार में शादी कर सकते हैं? जवाब में कहा गया कि ऐसे परिवार में शादी नहीं करनी चाहिए जो हराम की कमाई कर रहे हों।