Saturday, January 6, 2018

सिर्फ सरकारी स्कूलों के 10th, 12th विद्यार्थी देंगे Pre-Board Exam, 29 जनवरी से होगी परीक्षा

साभार: जागरण समाचार
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड इस बार 10 वीं व 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों की बोर्ड परीक्षा से पहले प्री बोर्ड परीक्षा लेने जा रहा है। लेकिन ये परीक्षा सिर्फ सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की होगी। प्राइवेट
स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी इस बात को लेकर संशय में हैं कि क्या उन्हें ये परीक्षा देनी होगी। 
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने पुष्टि करते हुए बताया है कि परीक्षा सिर्फ सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले 10 वीं व 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों को ही देनी होगी। ये परीक्षा 29 जनवरी से शुरू होने जा रही है।हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की तरफ से 10वीं 12वीं में प्री बोर्ड परीक्षा आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा सीबीएसइ की तर्ज पर देनी होगी। इस परीक्षा का पैटर्न वार्षिक परीक्षाओं की तरह ही होगा और विद्यार्थी द्वारा प्राप्त अंकों में से अधिकतम 24 अंक वार्षिक परीक्षा में जुडेंगे। 10 वीं व 12वीं के विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षाओं से पहले जनवरी माह की मासिक परीक्षा की जगह प्री बोर्ड परीक्षा देनी होगी। इस परीक्षा में सभी सब्जेक्ट शामिल किए जाएंगे।  
कहीं शिक्षक नहीं तो कहीं छुट्टियों के चलते सलेबस अधूरा: सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थी इस बात को लेकर इस समय चिंतित हैं कि उनका सिलेबस ही अभी तक अधूरा पड़ा है। कहीं शिक्षकों की कमी व छुट्टियां की अधिकता के कारण सिलेबस पूरा नहीं हो पाया है। अधिकारी खुद मानते हैं कि दिसंबर माह में सिलेबस पूरा हो जाना चाहिए था। उसके बाद रिवीजन का काम शुरू होता है। सिलेबस पूरा न होने के कारण ऐसे में विद्यार्थी चिंतित हैं कि किस तरह से प्री बोर्ड व वार्षिक परीक्षा देंगे। 
ये मिलेंगे अंक: प्री बोर्ड परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों को अलग-अलग विषयों के पेपर देने होंगे। प्रत्येक विषय के कुछ अंक वार्षिक परीक्षा में जोड़े जाएंगे। जिसमें अधिकतम 80 अंकों की परीक्षा के 30 फीसद, 60 अंकों की परीक्षा के 40 फीसद, 50 अंकों की परीक्षा के 48 फीसद, अधिकतम 40 अंकों की परीक्षा के 60 फीसद वार्षिक परीक्षा में जोड़े जाएंगे।
  • 10 वीं व 12 वीं कक्षा के विद्यार्थियों की प्री बोर्ड परीक्षा 29 दिसंबर से शुरू हो रही है। ये परीक्षा सिर्फ सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को ही देनी होगी। अधिकतर स्कूलों में सिलेबस पूरा करवा दिया गया है। जहां पर पूरा नहीं हुआ है वहां शिक्षकों की कमी है। शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए व्यवस्था की जा रही है। - दयानंद सिहाग, जिला शिक्षा अधिकारी फतेहाबाद