साभार: जागरण समाचार
सरकारी विभागों में चतुर्थ श्रेणी की नौकरियों में भाई-भतीजावाद का खेल अब खत्म होगा। सरकार ने निदेशकों से नियुक्ति की पावर वापस लेते हुए भर्ती का अधिकार राज्य कर्मचारी चयन आयोग को दे दिया है। सभी
भर्तियां आयोग के जरिये ही होंगी।
हरियाणा में प्रथम, द्वितीय और तृतीय श्रेणी की नियुक्ति कर्मचारी चयन आयोग के जरिये की जाती हैं, जबकि चतुर्थ श्रेणी की भर्तियां जिला चयन समितियों के माध्यम से विभागीय निदेशकों की देखरेख में होती रही हैं। पिछले दिनों मत्स्य पालन विभाग में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती में धांधली की शिकायत के बाद सरकार ने निदेशकों से नियुक्ति का अधिकार छीन लिया था। तभी से चतुर्थ श्रेणी की भर्ती अटकी हुई है। प्रदेश में ग्रुप डी के 17 हजार पदों पर भर्तियां होनी हैं।