Wednesday, January 3, 2018

नरेश के भाई और पत्नी खोलेंगे राज: पुलिस ने जानकारी हासिल करने के लिए बुलाया, अतीत जानने के लिए सेना से भी संपर्क

साभार: जागरण समाचार 
नए साल की पहली रात में मात्र दो घंटे के भीतर पलवल में छह लोगों को मौत के घाट उतार देने वाले साइको किलर नरेश धनखड़ का साइको एनालिसिस (मानसिक परीक्षण) कराया जाएगा। साथ ही पुलिस ने उसके बारे
में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए उसके भाइयों और पत्नी को बुलाया है। फौज से वीआरएस लेने के बाद धनखड़ हरियाणा कृषि विभाग में निलंबन के बाद विषय विशेषज्ञ कार्यरत है। इस घटना के बाद उसे नौकरी से हटाने के आदेश किसी भी समय जारी हो सकते हैं। 
उधर, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक से हत्याओं को लेकर पूरी रिपोर्ट तलब की है। इस पर पुलिस महानिदेशक बीएस संधू ने पलवल की एसपी से तुरंत प्राथमिक रिपोर्ट मंगाई है। हालांकि अभी पुलिस धनखड़ द्वारा छह लोगों की हत्या करने की वजह नहीं जान पाई है।
पुलिस मुख्यालय के सूत्रों के अनुसार नरेश की अपनी पत्नी और बच्चों से भी नहीं बनती थी। वह उनसे बरसों से अलग रह रहा था। ऐसे में पुलिस उसकी शादीशुदा जिंदगी की तह में जाकर हत्याकांड की वजह जानने की कोशिश करेगी। इसके अलावा उसकी सेना में नौकरी की अवधि का पूरा रिकार्ड खंगाला जाएगा। इसके लिए राज्य पुलिस सेना के अधिकारियों से संपर्क करने में जुट गई है।
डीजीपी रैंक के आइपीएस अधिकारी सीएस राव के अनुसार गिरफ्तार किए गए नरेश का साइको एनालिसिस कराया जा सकता है। आइजी ममता सिंह का कहना है कि नरेश गुस्सैल किस्म का आदमी है। हत्या करने के पीछे उसकी व्यक्तिगत वजह अभी तक सामने नहीं आई है। पुलिस महानिदेशक बीएस संधू का कहना है कि पूरे मामले की गंभीरता से पड़ताल की जा रही है।
नरेश की हरकत से बैचमेट भी हैरान: साइको किलर नरेश धनखड़ की हैवानियत से उसके कालेज के बैचमेट भी हैरान हैं। छह लोगों की जान लेकर हैवान बने नरेश का झज्जर जिले से वैसे तो कोई वास्ता नही रहा, मगर इस जिले के कृषि विभाग में तैनात एक अधिकारी का वह बैच मेट रहा है। ऐसे में मंगलवार को यहां पर न सिर्फ पलवल की घटना बल्कि नरेश का अतीत भी महकमे में हर किसी की जुबां पर रहा। ये अधिकारी बताते हैं कि हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में पढ़ाई के दौरान नरेश का हावभाव ऐसा नहीं दिखता था। वह दूसरे छात्रों की तरह वह सामान्य रहता था। पढ़ाई पूरी करके वह आर्मी में चला गया था, लेकिन वहां पर उसकी मानसिक स्थिति ठीक न मानते हुए अयोग्य कर दिया गया था।
साइको किलर ने एचएयू में आठ साल की थी पढ़ाई, कक्षा में रहता था अव्वल: नरेश धनखड़ से सभी शिक्षक बेहद लगाव रखते थे। हर कोई उसे अपने बेटे के समान प्यार करता था। उसके शालीन और शांत स्वभाव ने शिक्षकों के साथ- साथ अन्य छात्रों पर भी प्रभाव डाला था। नरेश अपने बैच में अव्वल आने वाले क्षेत्रों में से एक रहा है। आज जब नरेश धनखड़ का साइको किलर का रूप उनके दोस्तों ने देखा तो उन्हें यकीन नहीं हुआ कि शालीन और शांत स्वभाव छात्र ऐसा भयावह कदम उठा सकता है।
  • हमारे भाई नरेश का दिमागी रूप से संतुलन बिगड़ा हुआ है और उसका इलाज मुरादनगर में त्यागी नाम के डॉक्टर के पास चल रहा है। उसे पुलिस से सख्त नफरत थी और पत्नी के छोड़कर चले जाने से वह कुंठित हो गया था, शायद इन्हीं परिस्थितियों में उसने इतना बड़ा कदम उठाया होगा। मानवीय दृष्टि से हम इस कृत्य को पूरी तरह से गलत करार देते हैं और निंदा करते हैं। चंद्रप्रकाश धनखड़, बड़े भाई